Holi 2024: नवविवाहिता मायके में क्यों मनाती है पहली होली? जानिए क्‍या हैं इसके पीछे की मान्यताएं

Holi 2024: होली का पर्व हिंदुओं के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक होता हैं. हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन पूरे जोश और उत्‍साह के साथ रंगों का त्योहार यानी होली मनाई जाती है. होली को लेकर लोगों में कई मान्‍यताएं भी प्रचलित है. ऐसे में एक मान्‍यता ये भी है कि शादी के बाद विवाहि‍ता को अपनी पहली होली मायके में ही मनानी चाहिए. तो चलिए जानते है इन मान्‍यता के पीछे का कारण क्या है?

Holi 2024: सास बहू के रिश्‍तों में आती है खटास

सदियों से चली आ रही परम्परा के मुताबिक, नवविवाहिता को अपनी पहली होली मायके में ही मनानी चाहिए. कहा जाता है कि शादी के बाद पहली होलिका कभी सास व बहू को एक साथ जलते हुए नहीं देखनी चाहिए. ऐसा करने से सांस बहू के रिश्‍तों में खटास पैदा होता है.

Holi 2024: संतान भी होती है भाग्‍यशाली

इसके अलावा, यह भी मान्यता है कि अगर पहली होली विवाहिता पत्‍नी के मायके में खेलता है तो इससे विवाहित जोड़ों के बीच खुशियां बनी रहती है. और उनकी संतान भी स्वस्थ व भाग्यशाली होती है. साथ ही इससे दोनो घरों के बीच रिश्‍ता भी मजबूत बना रहता है. यही वजह है कि नवविवाहित पुरुष को भी शादी के बाद की पहली होली अपने ससुराल यानी लड़की के मायके में ही मनाने की सलाह दी जाती है. 

Holi 2024: गर्भवती महिलाओं को भी ससुराल में नहीं खेलनी चाहिए होली

विवाहित जातकों को लेकर यह भी मान्‍यता है कि विवाह के तुरंत बाद दुल्हन ससुराल में सहज महसूस नहीं कर पाती. इसलिए भी पहली होली मायके में मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है, जिससे कि वह इस पर्व का अच्छे से आनंद ले सके. वहीं अन्‍य कई मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिला को भी ससुराल में होली नहीं खेलना चाहिए.

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