Bihar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ‘ज्ञानस्थली’ के रूप में चर्चित बिहार के गयाजी पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने मगध विश्वविद्यालय के मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में करीब 13 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत वाली रेल, सड़क, बिजली, आवास, जलापूर्ति और स्वास्थ्य क्षेत्रों से जुड़ी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री ने गयाजी और दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली और कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित रहे. पीएम मोदी यहां एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं, जिसमें मगध क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं. .
4 करोड़ से अधिक लोगों को दिया आवास पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने गयाजी में कहा कि जनता का सेवक बनकर काम करने में मुझे ज्यादा खुशी होती है. जैसे गरीब को पक्का घर देना. उन्हें अच्छा इलाज की सुविधा देना. मेरा संकल्प है कि जब तक हर जरूरतमंद को पक्का घर नहीं मिल जाता, मैं चैन से नहीं बैठेगा. 11 साल में 4 करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर बनाकर दे दिए गए. गयाजी जिले में भी 2 लाख से अधिक आवास दिए गए.
पीएम मोदी ने विरोधियों को दिया जवाब
एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है, जिसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी आता है. इस कानून में मुख्यमंत्री और मंत्री भी शामिल किए गए हैं. इस कानून के बनने के बाद, अगर कोई मुख्यमंत्री, मंत्री या प्रधानमंत्री गिरफ्तार होता है, तो उसे 30 दिन के भीतर जमानत लेनी होगी, और अगर जमानत नहीं मिली तो 31वें दिन उसे कुर्सी छोड़नी पड़ेगी. आप सोचिए, आज कानून है कि अगर किसी छोटे सरकारी कर्मचारी को 50 घंटे तक हिरासत में रखा जाए तो वह अपने-आप निलंबित हो जाता है, लेकिन अगर कोई मुख्यमंत्री है, मंत्री है या प्रधानमंत्री है, तो वह जेल में रहकर भी सत्ता का सुख पा सकता है. हमने कुछ समय पहले ही देखा है कि कैसे जेल से ही फाइलों पर साइन किए जा रहे थे, जेल से ही सरकारी आदेश जारी किए जा रहे थे. नेताओं का अगर यही रवैया रहेगा, तो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़ी जा सकती है?
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