J&K: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को आतंकियों से संबंध रखने के आरोप में दो सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अनुच्छेद 311(2)(c) का इस्तेमाल करते हुए कुपवाड़ा के एक शिक्षक और एक सहायक स्टॉकमैन को लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े होने के कारण सेवा से हटाया. यह कार्रवाई घाटी में आतंकवाद के खिलाफ जारी बड़े अभियान का हिस्सा है.
आतंकवाद के खिलाफ अभियान जारी
यह कदम विनाशकारी पहलगाम आतंकवादी हमले के एक महीने बाद उठाया गया है, जिसमें आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में लगभग 26 नागरिकों, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, उनकी हत्या कर दी थी. इससे पहले 28 जुलाई को, जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर के दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के पास हरवान इलाके में सुरक्षा बलों के साथ भीषण गोलीबारी में तीन आतंकवादी मारे गए थे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुष्टि की थी कि ऑपरेशन महादेव के दौरान सुरक्षा बलों ने नागरिकों की हत्या में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराया था.
बर्खास्त किए गए कर्मचारी
खुर्शीद अहमद राथर-करनाह, कुपवाड़ा में कार्यरत एक शिक्षक सियाद अहमद खान- केरन, कुपवाड़ा में भेड़ पालन विभाग में सहायक स्टॉकमैन
मिली जानकारी के अनुसार, दोनों कर्मचारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संपर्क में काम कर रहे थे. कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों ने इनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए हैं, जिनमें आतंकियों को सहायता पहुंचाने, आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और देशविरोधी तत्वों के साथ संपर्क होने जैसी गंभीर बातें सामने आई हैं.
मनोज सिंहा ने बताया कि सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद और उससे जुड़ी किसी भी गतिविधि के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है. ऐसे मामलों में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी.
इसे भी पढ़ें:-पीएम मोदी ने अमृत भारत एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी, कई विकास परियोजनाओं का किया शिलान्यास