पाकिस्तानी गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिजनों को मिलेगा सरकारी नौकरी और मुआवजा: एलजी मनोज सिन्हा

jk news: जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा आज नांगली साहिब गुरुद्वारा पहुंचे। यहां पर उन्होंने पाकिस्तानी गोलीबारी में मारे गए और घायलों के प्रति सांत्वना प्रकट की और बताया कि घायलों को समुचित इलाज का प्रबंध किया गया है। मुझे इस घटना का दुखभरी कहानियां बताई गई, जिसके विस्तार में मैं नहीं जाना चाहता हूं लेकिन मैं मुख्य रूप से दो जुड़वा भाई-बहन जिनकी उम्र महज 12 वर्ष थी, जिनके नाम उरवा फातिमा और जैन अली को विशेष रूप से श्रद्धांजलि देता हूं। वे नापाक पाकिस्तानियों के गोलियों के निशाना बन गए। उनके पिता गंभीर रूप से घायल हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से भी उनसे अस्पताल में मिला और भगवान की कृपा से उनका स्वास्थ्य बेहतर है, उम्मीद है जल्द उन्हें डिस्चार्ज मिल जाएगा।

पहलगाम हमले से देश के लोगों में आक्रोश

LG ने आगे कहा, “हम सब जानते हैं कि पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने निर्दोष 26 पर्यटकों को धर्म पूछकर मारा था, जिसके बाद पूरे देश के लोगों में आक्रोश देखने को मिला। जिसके बाद भारत सरकार से साफ कह दिया था कि आतंकवाद और आतंकियों को पनाह देने वालों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वे सपने भी नहीं सोच सके होंगे। पूरा देश चाहता था कि कड़ी कार्रवाई हो और उसको दृष्टिगत रखते हुए 7 मई की रात को भारतीय सेना ने आतंकियों के 9 ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 100 से ज्यादा आंतकी मारे गए। साथ पाकिस्तान को बताया गया कि हम निर्दोष नागरिकों को निशाना नहीं बनाना चाहते। हम बस आतंकियों और उनके आकाओं को खत्म करना चाहते हैं लेकिन पाकिस्तान ने आतंकियों पर हमले को खुद पर हमला माना और फिर 7 मई की रात करीब 1.30 बजे गोलीबारी और बमबारी शुरू की।”

हर परिवार को 16 लाख रुपये

LG ने कहा, “जम्मू कश्मीर में सबसे ज्यादा तबाही पूंछ में हुई है। हमने अनेक बहुमूल्य जाने गंवाई हैं। ये कोई राजनीति का समय नहीं है। भारत सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन की ओर से लोगों को आर्थिक सहायता दी गई है। जिसमें हर परिवार को 16 लाख रुपये दिए गए हैं। जो घायल थे उनके इलाज का इंतजाम भी प्रशासन ने किया और जो अनुबंध सहायता राशि है मोटे तौर पर वह भी वितरित किए गए हैं।”

परिजनों को सरकारी नौकरी, पुर्नवास

आगे उन्होंने कहा, “यह सच है कि मौत का कोई मुआवजा नहीं होता। किसी की जिंदगी हम वापस नहीं ला सकते। लेकिन दुख की इस घड़ी में भारत सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ है, पूंछ के लोगों के साथ है। जिन घरों को नुकसान पहुंचा है या जिनके घर उजड़े हैं, उन्हें तुरंत राहत प्रदान की गई है। भारत सरकार से बात करके उनके पुर्नवास का भी काम किया गया। जिन परिवारों ने इस गोलीबारी में शहादत दी है उनके (पीड़ित) परिवार के निकटतम परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाएगी।” 

इसे भी पढ़ें: दिल्ली में अवैध किडनी ट्रांसप्लांट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 200 लोगों से ले रखा था एडवांस

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *