फेफड़ों के लिए घातक है विंटर स्मॉग

हेल्‍थ। सर्दियों में स्मॉग तब बनता है, जब पृथ्वी के एटमॉस्फेयर की ऊपरी परत नीचे की तुलना में अधिक ठंडी  हो जाती है। इसकी वजह से प्रदूषण नीचे अटक जाती है और चारों तरफ कोहरा जैसा महसूस होता है। यह तब तक इसी तरह बना रहता है जब तक कि मौसम और तापमान में बदलाव ना हो। सर्दी के मौसम में होने वाले इस स्‍मॉग के कारण सांस से जुड़ी कई समस्‍याएं  हो सकती हैं। जैसे जैसे तापमान गिरता है फॉग उतना गहरा होता जाता है जिससे जिन लोगों को पहले से सांस की बीमारी है उनके लिए घर के बाहर निकलना खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा इस सीजन में अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, सर्दी और खांसी जैसी परेशानियां काफी तेजी से बढ़ सकती हैं। ऐसे में अगर आपके एरिया में भी विंटर स्‍मॉग की समस्‍या है तो खुद को सुरक्षित रखने के लिए इन बातों का विशेष ध्‍यान रखें। आइए जानते है विंटर स्‍मॉग से सुरक्षित रहने के टिप्‍स।

मॉर्निंग वॉक से बचें :-

अगर आप सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं तो बेहतर होगा कि आप या तो मॉर्निंग की बजाय ईवनिंग वॉक करें या घर के अंदर ही व्‍यायाम और योगा आदि करें। सुबह स्‍मॉग अधिक होता है जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकता  है।

मास्‍क का करें इस्‍तेमाल- 

स्‍मॉग में बाहर जाने से पहले एक अच्‍छी क्‍वालिटी का मास्‍क जरूर पहनें। ये मास्‍क आपको डायरेक्‍ट प्रदूषण की चपेट में आने से बचाएगा और आप स्‍वांस की समस्‍या से बचे रहेंगे।

हाइड्रेटेड रहें-

 अगर आप सर्दी के मौसम में कम पानी पी रहे है तो बता दें कि शरीर में डीहाइड्रेशन की वजह से स्‍वांस मार्ग में समस्‍या हो सकती है जिससे सांस की परेशानी हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप शरीर को हाइड्रेट रखें और कम से कम 6 से 8 ग्‍लास पानी जरूर पियें।

गाड़ी का शीशा रखें बंद-

 अगर आप ट्रैवल कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप अपनी गाड़ी का शीशा बंद रखें। आप पोर्टेबल एयर प्‍यूरीफायर का इस्‍तेमाल गाड़ी में कर सकते हैं।

घर पर रखें एयर प्‍यूरीफायर-

 इंडोर पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए आप घर में एयर प्यूरीफायर रख सकते हैं। घर की खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखें।

प्‍लांट लगाएं- घर में कुछ ऐसे प्‍लांट रखें जो कई तरह के पॉल्‍यूशन से प्रोटेक्‍ट कर सकते हैं। मसलन, एलोवेरा, तुलसी, स्‍पाइडर प्‍लांट आदि।

 

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