UP News: यूपी के शामली जिले में सोमवार देर रात वेदखेड़ी–मंसूरा मार्ग पर हुई पुलिस मुठभेड़ में गिरोह का कुख्यात सरगना और एक लाख का इनामी मिथुन ढेर हो गया. उसके साथ मौजूद साथी राहुल अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार होने में सफल रहा. इस दौरान एसओजी के हेड कांस्टेबल हरविंदर गोली लगने से घायल हो गए, जबकि झिंझाना थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना की जैकेट में गोली लगकर बाहर निकल गई, जिससे वह बाल-बाल बच गए. घायल कांस्टेबल का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.
शराब पार्टी कर रहा था बदमाश
सूत्रों के अनुसार, शामली पुलिस को सूचना मिली कि कुख्यात बदमाश मिथुन गांव के पास जंगल किनारे स्थित एक झोंपड़ी में अपने साथियों के साथ शराब पार्टी कर रहा है. जानकारी मिलने पर एसओजी टीम, स्थानीय पुलिस और सर्विलांस टीम ने इलाके को घेर लिया. पुलिस टीम को देखते ही मिथुन ने फायरिंग शुरू कर दी. करीब 20 मिनट तक दोनों ओर से गोलीबारी चली. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मिथुन गंभीर रूप से घायल हुआ. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जबकि साथी फरार होने मे सफल रहा.
बेहद शातिर अपराधी था मिथुन
एसपी शामली नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ढेर हुआ बदमाश मिथुन बावरिया बेहद शातिर और खतरनाक अपराधी था. उसके ऊपर शामली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था, जबकि बागपत पुलिस भी उस पर इनामी राशि घोषित कर चुकी थी. कांवड़ यात्रा के दौरान बागपत जिले में महिला से लूट की बड़ी वारदात के बाद से ही वह पुलिस के राडार पर था. इसके बाद उसने लगातार कई जिलों में अपराध जारी रखे.
24 से ज्यादा मामलों में था वांछित
एसपी एनपी सिंह ने मंगलवार को बताया कि सोमवार रात को बावरिया गिरोह का कुख्यात अपराधी मिथुन बावरिया कांधला क्षेत्र में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया. वह हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट तथा अन्य गंभीर अपराधों के 24 से ज्यादा मामलों में वांछित था. उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से एक कार्बाइन, एक पिस्तौल, बड़ी मात्रा में कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की है.
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