Rajasthan: जैसलमेर अब केवल अपनी ऐतिहासिक धरोहर और रेगिस्तानी सुंदरता के लिए ही नहीं बल्कि ऊर्जा क्षेत्र में भी देश का ध्यान खींच रहा है. ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने जैसलमेर के बाखरी टिब्बा ब्लॉक में प्राकृतिक गैस का उत्पादन शुरू करने जा रही है. यहां 1 जून से शुरू हुए इस उत्पादन ने भारत की आत्मनिर्भर ऊर्जा नीति को नई ताकत दी है. यह परियोजना डिस्कवर्ड स्मॉल फील्ड (DSF-III) नीति के तहत संचालित हो रही है. इसका उद्देश्य छोटे और पहले से अनदेखे हाइड्रोकार्बन भंडारों को उत्पादन में लाना है.
कंपनी का लक्ष्य जल्द ही उत्पादन को बढ़ाना
बाखरी टिब्बा ब्लॉक भारत-पाकिस्तान सीमा के पास थार रेगिस्तानी इलाके में स्थित है. वहां गैस उत्पादन शुरू करना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. OIL ने तीन मल्टी-वेल पैड्स (MWP) की ड्रिलिंग को रिकॉर्ड समय में पूरा किया. इसके कारण अब 67,200 स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर प्रतिदिन (SCMD) गैस की आपूर्ति शुरू हो चुकी है. यह गैस GAIL (इंडिया) लिमिटेड और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (RRVUNL) को आपूर्ति की जा रही है. कंपनी का लक्ष्य जल्द ही उत्पादन को 100 मिलियन SCMD तक बढ़ाना है.
OIL की दृढ़ता, संकल्प और जिम्मेदारी का प्रतीक
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस उपलब्धि की सराहना करते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर इसे ‘OIL की दृढ़ता, संकल्प और जिम्मेदारी का प्रतीक’ बताया है. उन्होंने कहा कि रेगिस्तान की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भारतीय इंजीनियरों और कर्मचारियों की मेहनत ने इस परियोजना को सफल बनाया है. पुरी ने कहा कि मैं ऑयल इंडिया टीम के अथक प्रयासों की सराहना करता हूं जो स्थिर ऊर्जा प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए हर दिन चरम स्थितियों का सामना करते हैं. उत्पादित प्रत्येक हाइड्रोकार्बन अणु भारत को ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाता है.
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