Health tips: आजकल की तेज-तर्रार जिदगी में मानसिक तनाव और कमजोर याद्दाश्त एक आम समस्या बन गई है. ऐसे में अपने दिमाग को तेज और चुस्त-दुरुस्त बनाए रखना जरूरी है. अल्ज़ाइमर एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें धीरे-धीरे स्मृति, सोचने-समझने की क्षमता और निर्णय लेने की शक्ति कमजोर हो जाती है। योग के माध्यम से न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाया जा सकता है. योग के अनेक आसन हैं जो दिमाग को तेज करने और याद्दाश्त को सुधारने में मददगार साबित होते हैं.
दिमागी शक्ति बढ़ाने वाले बेस्ट योगासन-
पद्मासन
यह आसन मन को शांत करता है। इसके अभ्यास से एकाग्रता बढ़ती है। साथ ही तनाव और चिंता कम होती है। अगर आपको अक्सर माइग्रेन की समस्या रहती है, तो रोजाना पद्मासन योग का अभ्यास करना लाभदायक हो सकता है। पद्मासन योग का अभ्यास मानसिक और शारीरिक, दोनों तरह के स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जा सकता है
योग विधि– ज़मीन पर पैर सीधा करके बैठ जाएं। दाहिनी टांग को मोड़ें और बाएं पैर की जांघ पर इस तरह रखें कि एड़ी नाभि के पास आ जाए। अब यही प्रक्रिया बाएं पैर से दोहराएं। बाएं पैर को उठा कर दाहिनी जांघ पर रखें, एड़ी को नाभि के पास ले आएं। अपनी रीढ़ की हड्डी और सिर को सीधा रखते हुए ध्यान मुद्रा में स्थिर हो जाएं। अपनी दोनों हथेलियों को गोद में रखें। सामान्य और लंबी साँसें अंदर और बाहर लेते रहें। ध्यान केंद्रित करने के लिए आँखें बंद करें और मन को किसी एक बिंदु पर टिकाएं।
वज्रासन
वज्रासन का अभ्यास दिमाग में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ाता है। इससे ध्यान और स्मृति शक्ति मजबूत होती है और पाचन सुधारकर मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। वज्रासन का अभ्यास खाने के बाद किया जाता है, जो पाचन तंत्र के लिए बेहद लाभकारी है। इसमें घुटनों के बल बैठकर ध्यान केंद्रित करने से मन शांत होता है और मानसिक स्थिरता मिलती है।
योग विधि- एक योग मैट पर घुटनों के बल बैठ जाएं. अपने घुटनों को साथ में रखें और पैरों की उंगलियों को एक दूसरे से छूते हुए फर्श पर रखें. एड़ियों को नितंबों के पास लाएं और उन पर टिक जाएं. अपनी रीढ़ को सीधी रखें और सिर, गर्दन व पीठ को एक सीध में रखें. अपनी हथेलियों को अपनी जांघों पर नीचे की ओर करके रखें. आँखें बंद करें और अपनी साँसों पर ध्यान केंद्रित करते हुए धीमी, गहरी साँसें लें.
जब तक आप सहज महसूस करें, तब तक इस मुद्रा में बने रहें, और धीरे-धीरे अभ्यास की अवधि बढ़ाएं.
प्राणायाम
प्राणायाम के अभ्यास के अनेक लाभ हैं। इससे दिमाग की नसें शांत रहती हैं और ये मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन पहुंचाता है। नियमित प्राणायाम करने से मानसिक स्पष्टता और सोचने की क्षमता को बढ़ावा मिलता है।
योग विधि- किसी आरामदायक ध्यानात्मक आसन जैसे सुखासन या पद्मासन में बैठें। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। आँखें बंद करें और मन को शांत करने का प्रयास करें। अपने दाहिने हाथ की तर्जनी और मध्यमा उंगलियों को मोड़ें, अंगूठे से दाहिना नथुना बंद करें और बाएं नथुने से धीरे-धीरे और गहरी सांस अंदर लें। सांस लेते समय अपनी क्षमतानुसार कुछ सेकंड तक रुकें।
अब अनामिका (रिंग फिंगर) से बाएं नथुने को बंद करें और अंगूठे से दाहिना नथुना खोलकर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। अब दाहिने नथुने से सांस लें, कुछ सेकंड के लिए रोकें और फिर बाएं नथुने से छोड़ें। यह एक चक्र पूरा हुआ। इस प्रक्रिया को कम से कम 5-6 बार या अपनी क्षमतानुसार दोहराएँ।
शीर्षासन
रोजाना 5-10 मिनट शीर्षासन के अभ्यास से मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। यह याददाश्त और फोकस पावर को मजबूत करता है और नर्वस सिस्टम को एक्टिव रखता है।
योग विधि- एक समतल जगह पर योगा मैट बिछाकर वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं.आगे की ओर झुकें और दोनों हाथों की कोहनियों को ज़मीन पर टिका दें. दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसा लें.
अपने सिर के ऊपरी हिस्से को दोनों हथेलियों के बीच ज़मीन पर रखें. धीरे-धीरे अपने शरीर का पूरा भार सिर पर आने दें, संतुलन बनाते हुए. अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं और शरीर को सीधा करें. यह शीर्षासन की अवस्था है, जिसमें पूरा शरीर एक सीधी रेखा में होता है. कुछ देर तक इस अवस्था में रहें. धीरे-धीरे पैरों को नीचे लाएं और सामान्य स्थिति में आ जाएं.
ताड़ासन
ताड़ासन का अभ्यास शरीर और मन को संतुलन देता है। यह तनाव कम करके दिमागी शक्ति बढ़ाता है और मस्तिष्क और शरीर के बीच के कोऑर्डिनेशन को सुधारता है।
योग विधि- सर्वप्रथम खड़े होकर पैरो के बीच में कुछ फासला लेंगे।आँखों को किसी बिंदु पर केंद्रित करते हुए हाथों की उंगलियों को आपस में फाँसते हुए सिर के उपर की ओर शरीर की सीध में तानेंगे। पंजों के बल खड़े होते हुए कुछ सेकेंड रोकते हुए वापिस आएँगे। 5-7 बार दोहरा सकते हैं। साँस के साथ हाथ उपर ले जाएँ।
याददाश्त को बढ़ाने के तरीके
- ब्रेन एक्सरसाइज जैसे शतरंज या पजल गेम खेलें.
- डाइट में बादाम, अखरोट, सीड्स, हरी सब्जियों का सेवन करें.
- प्रॉपर नींद लें,
स्मृति हानि के क्या कारण हैं?
- अल्जाइमर रोग
- क्षणिक वैश्विक भूलने की बीमारी (टी.जी.ए.)
- सिर पर चोट
- पोषक तत्वों की कमी
- धूम्रपान
- दवाएँ
- विटामिन बी-12 की कमी
- सोने का अभाव
- शराब या नशीली दवाओं का उपयोग
- सिर पर चोट या आघात
- मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी
- मस्तिष्क ट्यूमर या मस्तिष्क संक्रमण
- मानसिक स्वास्थ्य स्थितियाँ (जैसे, अवसाद, द्विध्रुवी विकार, सिज़ोफ्रेनिया)
- भावनात्मक आघात
- थायरायड रोग
- क्षणिक इस्केमिक हमला (TIA)
- न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग (जैसे, अल्ज़ाइमर, पार्किंसंस, मल्टीपल स्केलेरोसिस)
- माइग्रेन
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