स्लीप साइकिल भी बयां करती है व्यक्ति की पर्सनैलिटी

लाइफ स्टाइल। ‘अर्ली टू बेड, अर्ली टू राइज’ वाली कविता हम सभी ने सुन रखी है। लेकिन बहुत से लोग अपनी दिनचर्या के हिसाब से सोते और सुबह उठते हैं। बिजी लाइफस्टाइल के कारण हर व्यक्ति के सोने और जागने की दिनचर्या प्रभावित होती है। एक अच्छी नींद व्यक्ति के दिमाग को तरोताजा रखती है। स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद ही नहीं, बल्कि समय पर नींद लेना और समय पर उठना भी बहुत जरूरी होता है। स्लीप साइकिल से भी व्यक्ति की पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है।

रात को 8 से 9 के बीच सोना और 4 से 7 के बीच उठना:-

बहुत से लोग शाम को 8:00 से 9:00 के बीच सो जाते हैं और सुबह 7:00 से 8:00 के बीच में उठना पसंद करते हैं। अगर आप भी यही स्लीप साइकिल फॉलो करते हैं तो मुमकिन है कि आप एक पैदाइशी लीडर हैं और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। इस स्लीप साइकिल को फॉलो करने वाले लोग महत्वकांक्षी होते हैं और जन नायक की भूमिका अदा करते हैं।

रात को 1 से 2 के बीच सोना और सुबह 8 से 10 के बीच उठना:-
बहुत से लोग अपनी दिनचर्या के कारण रात को 1:00 से 2:00 के बीच होते हैं और सुबेरे 8:00 से 10:00 के बीच उठते हैं। यदि आप भी इस स्लीप साइकिल को फॉलो करते हैं तो मुमकिन है आप शाम और दोपहर के वक्त ज्यादा प्रोडक्टिव होते होंगे। आप लोगों से ज्‍यादा घुलना-मिलना पसंद नहीं करते हैं। इसके अलावा आप लोग बहुत क्रिएटिव माइंड के व्यक्ति हैं।

सूरज उगने के साथ उठना, सूरज ढलने के साथ सोना:-
बहुत से लोग सूरज उगने के साथ ही उठना पसंद करते हैं और सूरज ढलने के बाद जल्दी सोना। यदि आप भी इस स्लीप साइकिल को फॉलो करते हैं तो आप दिनभर एनर्जी से भरे हुए रहते हैं। आप लोगों को दूसरे लोगों से मित्रता करना और बातचीत करना बहुत पसंद होता है।

 

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