नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा से टेलीफोन पर बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने पिछले महीने ब्रासीलिया में हुई अपनी बैठक को याद किया, जहां वे व्यापार, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और लोगों के बीच संबंधों सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक व्यापक ढांचे पर सहमत हुए थे। गुरुवार की बातचीत उन्हीं चर्चाओं पर आधारित थी। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के अपने संकल्प को दोहराया।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “दोनों नेताओं ने आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।” साथ ही उन्होंने साझेदारी के विकास के दौरान निकट संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में बातचीत को “अच्छा” बताया।
उन्होंने लिखा कि “राष्ट्रपति लूला के साथ अच्छी बातचीत हुई। ब्राजील की मेरी यात्रा को यादगार बनाने के लिए उनका धन्यवाद। हम व्यापार, ऊर्जा, तकनीक, रक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच एक मज़बूत, जन-केंद्रित साझेदारी से सभी को लाभ होता है।” “जन-केंद्रित” दृष्टिकोण पर जोर देना दोनों नेताओं के उस साझा दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसमें भारत और ब्राजील को वैश्विक दक्षिण में सहयोग के केंद्र के रूप में स्थापित करने की बात कही गई है।
वहीं राष्ट्रपति लूला ने आपसी विकास को बढ़ावा देने के लिए ब्राजील की कृषि और तकनीकी शक्तियों का लाभ उठाने में रुचि व्यक्त की है। इस बीच, भारत ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने, रक्षा सहयोग बढ़ाने और समावेशी स्वास्थ्य पहलों को बढ़ावा देने में ब्राजील को एक प्रमुख साझेदार के रूप में देखता है।