Pankaj Ji Maharaj: शाकाहार-सदाचार अपनाने एवं नशा त्याग का बिगुल बजाते हुए जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज 83 दिवसीय जनजागरण यात्रा के साथ तेरहवें पड़ाव पर कल सायंकाल ग्राम सहेड़ी पधारे. स्थानीय भाई-बहनों ने उल्लासपूर्ण स्वागत किया. आज यहां अपने सत्संग सम्बोधन में उन्होंने कहा कि यह संसार मोह का सागर है. प्रत्येक जीव जन्तु या मानव प्राणी इसी मोह में जकड़ा है. मोह वश ही हम माया की छाया में भूले पड़े हैं. उस सच्चे पिता की हमने सुध नहीं ली कि वह कौन है? कहां रहता है? तथा वह मिलेगा कैसे? संतों ने इसी मोह को सारी विपत्तियों का कारण बताया है. लेकिन वे जीवों को समझाते हुए यह भी बताते हैं कि यह कलयुग है.
पिछले युगों की साधनाओं (योग यज्ञ जप तप व्रत उपवास) से इस कलयुग में जीव कल्याण संभव नहीं है. कलयुग में कलयुग की साधना ही करनी होगी. वह है सुरत शब्द योग (नाम योग) मार्ग. जिसका भेद सर्व प्रथम साहब कबीर ने खोला. महात्माओं की वाणी है कि ‘‘सतयुग त्रेता द्वापर बीता, काहू न जानी शब की रीता. कलयुग में स्वामी दया विचारी, परगट करके शब्द पुकारी.’’ यह रास्ता सर्व सुलभ है, कोई पढ़ाई-लिखाई नहीं, कोई गाना-बजाना नहीं केवल अन्तर के कानों से ऊपरी दिव्य लोकों से आने वाली देववाणी को सुनना, छांटना व उसमें लय होना होता है. महाराज जी ने इस क्रिया को भी विस्तार से समझाया और कहा कि रास्ता सच्चा है, करेंगे तो अवश्य दिखाई देगा और सुनाई भी देगा.
संस्थाध्यक्ष ने शाकाहार अपनाने एवं नशा त्याग की पुरजोर अपील करते हुये कहा कि नवयुवक आपकी पूंजी और देश की धरोहर हैं, इन्हें इसकी गिरफ्त से बचाना हमारा आपका कर्तव्य है. उन्होंने आगामी 3 से 5 मार्च 2026 तक मथुरा में जयगुरुदेव आश्रम आगरा-दिल्ली बाईपास रोड पर आयोजित होने वाले होली सत्संग मेला पर पधारने का निमन्त्रण भी दिया. शांति व्यवस्था में पुलिस पप्रशासन ने सहयोग किया.
इस अवसर पर जयकिशन शाहू, इन्द्रदेव यादव, लालजी यादव, श्रीमती मीरा यादव प्रधान, अजय यादव, अरविन्द यादव, रामजी यादव, आशुतोष यादव, अविनाश सिंह, अंगद पाल सहयोगी संगत चुरु के मोहनलाल, झुन्झुनू के उम्मेद सिंह आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम के बाद जनजागरण यात्रा अगले पड़ाव ग्राम सकरा ब्लाक सदर के लिये प्रस्थान कर गई. यहां कल (आज) दोपहर 12 बजे से सत्संग समारोह आयोजित है.