मिनी औद्योगिक आस्थान विकसित होने से थमेगा प्रवासियों का पलायन

वाराणसी। पूर्वांचल में औद्योगिक आस्थान की कमी और पड़ोस के राज्यों की ज्यादा आकर्षक औद्योगिक नीति के कारण पूर्वांचल के उद्यमी और प्रवासी रूख कर रहे हैं। यदि पूर्वांचल में ग्राम पंचायत स्तर पर मिनी औद्योगिक आस्थान विकसित किए जाए तो प्रवासियों का पलायन थमेगा। यह बातें मंगलवार शाम सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेेंशन सेंटर में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से आयोजित संगोष्ठी में उद्यमियों ने कहीं। पूर्वांचल में औद्योगिक विकास की संभावनाएं एवं आईआईए की भूमिका विषयक संगोष्ठी में उद्यमियों ने खुलकर अपनी बात रखी। पूर्वांचल भर से जुटे उद्यमियों ने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी पर मिलने वाली छूट की प्रक्रिया को भी ऑनलाइन किए जाने के साथ-साथ विद्युत विभाग के पोर्टल को ठीक करने की जरूरत है। निवेश मित्र पोर्टल को भी अपडेट करने की आवश्यकता है, क्योंकि इस पोर्टल पर 72 घंटे वाली योजना भी पूरी नहीं हो पा रही है। वहीं औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड घोषित किया जाए। आईआईए केराष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरकेचौधरी ने पूर्वांचल में ग्राम पंचायत स्तर पर छोटे-छोटे औद्योगिक आस्थान विकसित किए जाने व पास पड़ोस के राज्यों के समकक्ष किए जाने की मांग की। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि विंध्याचल मंडल के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्रा और जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने उद्यमियों को पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिलाया। आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा कि उद्यमियों की समस्या का निवारण समय पर हो तो प्रदेश के औद्योगिक विकास को पंख लग जाए। भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक कुशपुरी ने भी विचार व्यक्त किए। स्वागत राजेश भाटिया, संचालन अनिल जाजोदिया और धन्यवाद ज्ञापित नीरज पारीख ने किया।

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