वाराणसी। काशी के श्री अन्नपूर्णा मठ-मंदिर के महंत रामेश्वरपुरी के ब्रह्मलीन होने के बाद आज नए महंत की पगड़ी उप महंत शंकर पुरी के सिर पर बंधी। इस कार्यक्रम में देश भर के कई मठों एवं अखाड़ों के संत-महात्मा और शहर के बुद्धिजीवी मौजूद रहे। ब्रह्मलीन महंत रामेश्वर पुरी का षोडशी संस्कार और विशाल भंडारे का आयोजन आज किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित कई नेता पहुंचेंगे। महंत की गद्दी संभालने के बाद शंकर पुरी ने कहा कि श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर की परंपरा के अनुसार वह जनसरोकार से जुड़े कार्यों को और आगे बढ़ाएंगे। समाज के लोगों के सुख-दुख में अन्नपूर्णा मठ मंदिर सदैव साथ खड़ा रहे, यह उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी। मंगलवार सुबह शंकर पुरी ने मां अन्नपूर्णा के दरबार में विशेष पूजन किया। फिर चादरपोशी की रस्म निभाई गई। बता दें कि काशी अन्नपूर्णा मठ मंदिर के दिवंगत महंत रामेश्वरपुरी महाराज का षोडशी संस्कार, भंडारा और श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन मंगलवार को किया गया है। श्री अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्य आश्रम में रह कर अध्ययन करने शंकर पुरी साल 1988 से काशी में ही रह रहे हैं, वह मध्यप्रदेश के रहने वाले है। इन्होंने ऋषिकुल से पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा और शास्त्री की पढ़ाई की। फिर विद्यापीठ से डबल एमए किया। विगत 17 वर्षों से मां भगवती की सेवा में खुद को समर्पित करके श्रीअन्नपूर्णा मठ-मंदिर की सेवा में जुटे हैं। गौरतलब है कि श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के पूर्व महंत रामेश्वर पुरी लंबी बीमारी के बाद बीती 16 जुलाई को ब्रह्मलीन हुए थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया था। 13 जुलाई को सीएम योगी ने श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर भी गए थे। महंत रामेश्वर पुरी को अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत की गद्दी 17 अक्टूबर 2004 को सौंपी गई थी।