Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने स्वच्छता को लेकर सख्त अभियान की शुरुआत की है. सीईओ एन.जी. रवि कुमार के निर्देश पर शनिवार से बल्क वेस्ट जेनरेटरों (BWG) के खिलाफ कूड़ा प्रबंधन की निगरानी के लिए आठ विशेष टीमें गठित की गईं. इन टीमों ने पहले ही दिन विभिन्न संस्थानों व परिसरों में जांच करेगी और लापरवाही करने वालों पर 82,000 रुपये से अधिक की पेनल्टी लगाई.
शहर को साफ-सुथरा रखने का प्रयास
कूड़ा प्रबंधन में लापरवाही को देखते हुए विभिन्न टीमों के जरिए शहर में अलग-अलग अभियान चलाए जाएंगे जिससे पूरे शहर को साफ-सुथरा रखने के प्रयास किए जाएगें. नोएडा विकास प्राधिकरण की तरफ से आठ टीमों को मैदान में उतारा गया है जो शहर में साफ-सुथरी व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखेंगी वहीं लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन भी लेगी.
अभियान का उद्देश्य
अम्रपाली लेज़र वैली और शारदा विश्वविद्यालय में अनियमितताएं मिलने पर सख्त कार्रवाई की गई. शारदा यूनिवर्सिटी पर ₹52,000 और एआर लैंडक्राफ्ट पर ₹30,200 की पेनल्टी लगाई गई. इसके अतिरिक्त हल्दीराम स्नैक्स और गोल्डन जीएई इंस्टिट्यूट जैसे संस्थानों में निर्माण कार्य चलने के कारण विशेष निरीक्षण दर्ज किया गया.
अभियान का उद्देश्य शहर के हर बड़े संस्थान, सोसायटी व उद्योग क्षेत्र में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 का पालन सुनिश्चित कराना है. निरीक्षण के पहले दिन, सेक्टर-4 स्थित गौड़ संस हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स और होंडा कार्स इंडिया जैसे संस्थानों में संतोषजनक कूड़ा प्रबंधन पाया गया.
स्वास्थ्य विभाग की एसीईओ ने दी चेतावनी
यह अभियान न केवल शहर को साफ रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि लापरवाही बरतने वालों को चेतावनी भी है कि अब कोई भी अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
स्वास्थ्य विभाग की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. ने कहा कि नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने सभी बीडब्ल्यूजी संस्थाओं से अपील की है कि वे स्वयं ही अपने कूड़े का उचित प्रबंधन करें और ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ बनाए रखने में भागीदारी निभाएं.
इसे भी पढ़ें:-WTC में ऋषभ पंत ने रचा इतिहास; वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बने भारतीय गेंदबाज