Jharkhand: झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर गुरुवार को भाकपा (माओवादी) संगठन के 10 सक्रिय नक्सलियों ने चाईबासा में आत्मसमर्पण किया. पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता, आईजी अभियान एस. माइकल राज, आईजी ऑपरेशन सीआरपीएफ साकेत कुमार सिंह, आईजी सीआरपीएफ अनूप बिरथरे, डीआईजी कोल्हान अनुरंजन किस्पोट्टा, सीआरपीएफ के वरीय अधिकारी एवं चाईबासा एसपी अमित रेणु की मौजूदगी में यह आत्मसमर्पण हुआ.
सभी की उम्र 20-22 वर्ष के बीच
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में एरिया कमेटी सदस्य रांदो बोइपाई उर्फ कांति बोईपाई, दस्ता सदस्य गार्दी कोड़ा , जॉन उर्फ जोहन पुरती, नीरसो सिदू, घोनोर देवगम, गोमेया कोड़ा उर्फ टारजन, कैरा कोड़ा, कैरी कायम उर्फ गुलांची, प्रदीप सिंह मुंडा शामिल हैं. इसके अलावा एक महिला भी शामिल है जिसका नाम सावित्री गोप उर्फ मुतुरी है. सावित्री की उम्र करीब 18 वर्ष है. वहीं अन्य सभी सदस्यों की उम्र 20-22 वर्ष के बीच है.
सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति
मालूम हो नक्सली गतिविधियों में शामिल लोगों को मुख्य धारा में शामिल करने के लिए झारखंड सरकार ने एक आकर्षक आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति बनायी है. इसका बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. पश्चिमी सिंहभूम और चाईबासा जिलांतर्गत झारखंड सरकार के प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर विगत 03 वर्षों में कुल 26 नक्सली मुख्य धारा में जुड़ चुके हैं.
कुछ दिन पहले 9 उग्रवादियों ने किया था आत्मसमर्पण
इससे पहले, 1 सितंबर को लातेहार जिले में झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के नौ उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया था. उनमें 4 ऐसे उग्रवादी शामिल थे, जिन पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था, जबकि एक पर 3 लाख रुपए का इनाम था. 4 अन्य नक्सली कई वारदातों में वांटेड थे. उन उग्रवादियों ने पुलिस को पांच एके-47 राइफल और बड़ी संख्या में कारतूस सौंपे थे.
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