Pahalgam terror attack: आईएनएस सूरत पहली बार पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच नौसेना का जंगी जहाज सूरत के हजीरा पोर्ट पर तैनात किया गया। कमांड अधिकारी कैप्टन संदीप शोरे का कहना है कि आईएनएस सूरत देश के सबसे उन्नत और शक्तिशाली युद्धपोतों में से एक है। रिपोर्ट के अनुसार, नौसेना ने अपने सभी वॉरशिप को अलर्ट रहने को कहा।
आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में किया तैनात
भारतीय नौसेना ने आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में तैनात किया था। यह भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच एक गंभीर संकेत माना जा रहा है। 22 अप्रैल को के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह तैनाती की गई थी। इसी दौरान भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। जिसमें लिखा था कि, ‘एकता में शक्ति, उद्देश्यपूर्ण उपस्थिति।’ नौसेना ने इस पोस्ट के साथ कई सारे हैशटैग भी साझा किये थे।
26 निर्दोष लोगों की हुई थी मौत
जम्मू-कश्मीर में पहलगाम शहर के निकट एक स्थान जिसे ‘मिनी स्विटरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हुई। इनमें से ज्यादातर लोग घूमने गए थे। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद पहलगाम घाटी में हुआ सबसे घातक हमला था।
ISI के लिए जासूसी करने पर गिरफ्तार
इसी दौरान राजस्थान इंटेलिजेंस ने जैसलमेर के निवासी पठान खान को पाकिस्तान की ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ सरकारी अधिनियम, 1923 के दौरान केस दर्ज किया गया है। उसे लगभग एक महीने पहले ही हिरासत में लिया गया और तभी से उससे पूछताछ जारी है। उसे औपचारिक रूप से 1 मई 2025 को गिरफ्तार किया गया।
पठान खान का पाकिस्तान से संपर्क
प्रेस के मुताबिक, पठान खान ने बताया कि वह 2013 में पाकिस्तान गया था, जहां पर वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से मिला। पाकिस्तान ने उसे पैसे का लालच दिया और जासूसी का प्रशिक्षण दिया गया। 2013 के बाद भी वह र्क सालों तक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से मिलता रहा और जैसलमेर अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर्स को देता था।