J&K: जम्मू कश्मीर के उच्चपर्वतीय इलाकों और जोजि ला व उत्तरी कश्मीर में साधना व राजदान पास पर हल्के हिमपात भी होगा. भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं की तीव्र आशंका को देखते हुए प्रशासन ने जिला रियासी के पर्वतीय इलाकों में रात के समय वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. लोगों को पर्वतीय इलाकों में मौसम के साफ होने तक ट्रेकिंग से बचने की सलाह दी गई है.
मंगलवार को माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर हुए लैंडस्लाइड में 33 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हैं. दूसरी ओर उत्तरी रेलवे ने जम्मू की ओर जाने वाली 22 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है जबकि 27 ट्रेनों को रोक दिया गया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया शोक
जम्मू में आई इस आपदा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा, “माता वैष्णो देवी मंदिर के तीर्थयात्रा मार्ग पर भूस्खलन में कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की दुखद घटना अत्यंत दुखद है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और राहत एवं बचाव कार्यों की सफलता के लिए प्रार्थना करती हूं.”
PM मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है, ”श्री माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण हुई जनहानि दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. ईश्वर करे कि घायल जल्द से जल्द स्वस्थ हों. प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. मैं सभी की सुरक्षा और कुशलक्षेम के लिए प्रार्थना करता हूं.”
क्या है पूरा मामला?
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर स्थित अर्धकुवारी में लैंडस्लाइड से करीब 33 लोगों की मौत की हो चुकी है और करीब दर्जन भर लोग घायल हैं. इस घटना के बाद वैष्णो देवी यात्रा को रोक दिया गया है.
डोडा में बादल फटने से 3 से 4 लोगों की मौत
भारी बारिश के कारण जम्मू के विभिन्न हिस्सों में काफी बुरी स्थिति है. यातायात भी प्रभावित हुआ है. इस बीच डोडा में बादल फटने के बाद, कई जगहों पर पहाड़ खिसके हैं और 3 से 4 लोगों की मौत की खबर है.
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