Sports: सबसे युवा विश्व कप उपविजेता बने प्रगनाननंदा, 8 साल में बने विश्व चैंपियन

Praggnanandhaa journey: 12 साल 10 महीने के शतरंज खिलाड़ी आर प्रागनानंदा ने दुनिया का दूसरा सबसे कम उम्र का ग्रैंडमास्टर बनने का इतिहास रच दिया है। उन्होंने इटली में ग्रेनडाइन ओपन के अंतिम दौर में पहुंचकर यह उपलब्धि हासिल की। आपको बता दें कि चेन्नई के प्रागनानंदा शुक्रवार को दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के भारतीय ग्रैंडमास्टर बन गए। ग्रेडिन ओपन के आठवें राउंड में प्रागनानंदा ने इटली के ग्रैंड मास्टर मोरोनी जूनियर को हराते हुए ये उपलब्धि हासिल की।

सर्जेई करजाकिन के नाम है पहला रिकॉर्ड

आपको बता दें कि दुनिया में सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने का रिकॉर्ड उक्रेन के सर्जेई करजाकिन के नाम है, जिन्होंने 2002 में 12 साल 7 महीने की उम्र में ग्रैंडमास्टर बनते हुए ये उपलब्धि अपने नाम की थी। संयोग से सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने वालों में चौथे नंबर पर एक और भारतीय परिमार्जन नेगी का नाम है, जो 13 साल 4 महीने की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने थे।

प्रागनानंदा के विश्‍व रिकार्ड
2014: विश्व अंडर-8 चैंपियन बने
2015: विश्व अंडर-10 चैंपियन बने
2016: कान्स में पहली बार इंटरनेशनल मास्टर में शामिल हुए और 10 साल 10 महीने की उम्र में दुनिया के सबसे युवा इंटरनेशनल मास्टर बने
2017: 12 साल की उम्र में नीदरलैंड्स में अपने से काफी बड़े खिलाड़ियों को हराया। आइल ऑफ मैन टूर्नामेंट में 27000 से ज्यादा रेटिंग वाले डेविड हॉवेल को हराया
2018: 12 साल, 10 महीने और 13 दिन की उम्र में दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बने, भारत के 52वें ग्रैंड मास्टर बने। पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद के साथ पहली बार खेले।

2019: विश्व अंडर-18 चैंपियन बने
2022: बोर्ड में पहली बार मैग्नस कार्लसन के खिलाफ खेले। एशियन चैंपियन बने और 2023 फाइड विश्व कप में जगह पक्की की। 17 साल की उम्र में अर्जुन अवॉर्ड हासिल किया। एयरथिंग्स मास्टर्स ऑनलाइन टूर्नामेंट में कार्लसन को हराया।
2023: टाटा स्टील मास्टर्स में विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को हराया। शतरंज विश्व कप में सबसे युवा उपविजेता बने।

प्रगनाननंदा ने कहा कि विश्वकप के फाइनल में पहुंचकर कैंडिडेट्स के लिए क्वालिफाई करना उनके लिए सपने के सच होने जैसा है। विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व चैंपियन को चुनौती देने वाले का फैसला करने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में खेलना उनके लिए चुनौती होगी। यह टूर्नामेंट अगले वर्ष है और वह अभी से इसकी तैयारी में जुट जाएंगे।

 

 

 

 

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