Yoga tips: वर्तमान समय में तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण का बुरा असर हमारे फेफड़ों पर हो रहा है। इसके साथ ही भागदौड़ भरी जिंदगी और खुद का ख्याल न रख पाने के कारण भी फेफड़े सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। हेल्दी फेफड़े न केवल हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम को सही रखते हैं, बल्कि हमारे समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं। फेफड़ों को हेल्दी और मजबूत बनाए रखने के लिए योग और प्राणायाम अहम भूमिका निभाते हैं। योगासन रेस्पिरेटरी सिस्टम को एक्टिव करने में सहायक होते हैं। योगासन के अभ्यास से न केवल फेफड़ों की क्षमता बेहतर हो सकती है, बल्कि शरीर भी डिटॉक्स होता है। इस लेख में योग थेरेपिस्ट प्रवीण गौतम फेफड़ों को हेल्दी रखने के लिए 5 योगासन बता रहे हैं।
प्राणायाम
सांसों पर नियंत्रण पाने के लिए प्राणायाम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही प्रभावी योग अभ्यास है। प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में सीधे बैठ जाएं। फिर गहरी सांस लें और धीरे-धीरे इन्हें छोड़ें। फिर अनुलोम-विलोम का अभ्यास करें। दाएं नाक को बंद करके बाएं नाक से सांस ले और फिर बाएं नाक को बंद करके दोनों नाक से सांस को छोड़ें। प्राणायाम में आप कपालभाति का अभ्यास भी कर सकते हैं। इसे करते समय सांसों को बहुत तेजी से छोड़ना होता ह, जिससे पेट अंदर की ओर खिंचाव महसूस करें।
भुजंगासन
भुजंगासन यानी कोबरा पोज का अभ्यास करने से फेफड़े खुलते हैं और सांस लेने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है। इसे करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट कर हाथों को कंधों के पास रख लेना है फिर गहरी सांस लेते हुए शरीर के ऊपरी भाग को धीरे-धीरे ऊपर उठाना है। कंधों को पीछे की ओर खींचना है और फिर छाती को अच्छे से फैलाना है। 10 से 15 सेकंड तक स्थिति में रहकर धीरे-धीरे वापस पहले की स्थिति में आ जाना है। इस आसन को करने से फेफड़ों में ऑक्सीजन का प्रभाव बढ़ता है और स्ट्रेस भी काम होता है।
सर्वांगासन
फेफड़े और रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए सर्वांगसान बहुत ही फायदेमंद है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। फिर पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं और हाथों की मदद से कमर को सहारा दें। धीरे-धीरे शरीर को सिर और कंधों के सहारे संतुलित करें। 15 से 30 सेकंड तक इसी स्थिति में रहें। इस आसन को करने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है और पाचन तंत्र काफी मजबूत होता है। ऐसा करने से हमारे फेफड़ों को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है और कार्य क्षमता में सुधार होता है।
धनुरासन
फेफड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए और इसकी क्षमता में सुधार लाने के लिए धनुरासन काफी सहायक है। इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं फिर दोनों पैरों को घुटनों से मोडकर हाथों से एड़ियों को पकड़ लेना है। इसी अवस्था में गहरी सांस लें और फिर शरीर को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाना । 10 से 20 सेकंड तक इस स्थिति में रहे और फिर धीरे-धीरे वापस आएं। इस आसन को करने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है तथा शारीरिक और मानसिक तनाव काफी कम होते हैं।
उत्कटासन
इसे चेयर पोज भी कहते हैं। फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए यह आसन भी बहुत फायदेमंद है। इसे करने के लिए सीधे खड़े होकर पैरों को हल्का सा फैला लेना है। दोनों हाथों को आगे की ओर सीधे फैलाकर धीरे-धीरे घुटनों को मारना है और कुर्सी पर बैठने जैसी मुद्रा अपना लेना है। इस स्थिति में 20 से 30 सेकंड तक रहने का प्रयास करें। उत्कटासन करने से स्वसन प्रक्रिया बेहतर होती है और फेफड़ों को मजबूती मिलती है।
इसे भी पढ़ें:-Himachal: नशे पर लगेगा लगाम, एक हजार से अधिक एंटी वालंटियर्स की होगी तैनाती