भारत में तेजी से पैर पसार रहा फैटी लिवर डिजीज, कितना ख़तरनाक और क्या है इसका इलाज?

Health tips: खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी डाइट प्लान, शराब-सिगरेट की आदत, फैटी लिवर के कुछ मुख्य कारण हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी को समय रहते पहचानना बेहद जरूरी है वरना आपकी ओवरऑल हेल्थ बुरी तरह से डैमेज हो सकती है. पहले ये बीमारी ज्यादातर शराब पीने वालों में देखी जाती थी, लेकिन अब नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज भी भारत में तेजी से पैर पसार रही है. ये उन लोगों में भी देखा जा रहा है जो शराब को हाथ तक नहीं लगाते.

हाल के अध्ययनों के अनुसार, भारत की  35% से ज्यादा आबादी किसी न किसी स्तर पर फैटी लिवर से प्रभावित है और चौंकाने वाली बात ये है कि ज्यादातर लोगों को इस बीमारी का पता ही नहीं होता.

फैटी लिवर रोग क्या है?

फैटी लिवर रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में वसा की अधिकता हो जाती है. सामान्यतः, लिवर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और पित्त तथा पाचक प्रोटीन का उत्पादन करने का कार्य करता है. फैटी लिवर रोग लिवर को नुकसान पहुँचाता है और उसे ठीक से काम करने से रोकता है.

फैटी लिवर दो प्रकार का होता है: अल्कोहल-संबंधी फैटी लिवर और नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर. अल्कोहल-संबंधी फैटी लिवर का मुख्य कारण अत्यधिक शराब का सेवन है, जो लिवर को नुकसान पहुँचाता है. दूसरी ओर, नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग का निदान मोटे और गतिहीन जीवनशैली वाले व्यक्तियों में होता है.

फैटी लिवर होने के लक्षण
चर्बी जमा होना

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आपके पेट का साइज बढ़ रहा है या फिर आपके पेट के आसपास चर्बी जमा हो रही है, तो ये लक्षण फैटी लिवर की समस्या की तरफ इशारा कर सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फैटी लिवर के कारण पेट के साथ-साथ आपकी कमर के आसपास भी चर्बी जमा हो सकती है.

अचानक वजन बढ़ने लगना

अगर बिना किसी कारण के आपका वजन तेजी से बढ़ने लगे, खासकर पेट के आसपास, तो यह फैटी लिवर का संकेत हो सकता है. लिवर में फैट जमा होने से इसके फंक्शन में रुकावट आती है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और शरीर में फैट जमा होने लगता है. यह वजन बढ़ना आमतौर पर डाइट या एक्सरसाइज से कंट्रोल नहीं होता.

लगातार थकान और कमजोरी

लगातार थकान महसूस होना और शरीर में एनर्जी की कमी रहना फैटी लिवर का एक अहम लक्षण है. जब लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता, तो शरीर से टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं और शरीर को एनर्जी नहीं मिल पाती. इससे व्यक्ति हमेशा थका-थका और सुस्त महसूस करता है, चाहे कितनी भी नींद ले ले.

पेट में दर्द

पेट में दर्द महसूस होना या फिर भारीपन महसूस होना भी फैटी लिवर का संकेत हो सकता है. जब लिवर में सूजन पैदा हो जाती है, तब पेट में दर्द, भारीपन, दबाव या फिर ब्लोटिंग हो सकती है. फैटी लिवर की समस्या में भूख भी कम हो जाती है. फैटी लिवर की बीमारी गट हेल्थ को बुरी तरह से डैमेज कर सकती है. इस तरह के लक्षण एक साथ नजर आएं, तो बिना देरी किए अपनी जांच करवा लें.

आंखों और त्वचा का पीला पड़ना

जब लिवर ठीक से काम नहीं करता, तो बिलीरुबिन खून में जमा होने लगता है. इसके कारण त्वचा, आंखों का सफेद भाग और नाखून पीले पड़ने लगते हैं. इसे पीलिया कहते हैं और यह लिवर की गंभीर समस्या का संकेत है.

फैटी लिवर के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ
  • लिवर-एंजाइम कम करने वाले प्रभावों वाली कॉफी
  • पत्तेदार साग लीवर में वसा के संचय को रोकने में मदद करते है.
  • टोफू वसा संचय को कम करता है
  • मछली
  • दलिया
  • अखरोट
  • एवोकाडो
  • दूध और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद
  • सूरजमुखी के बीज एंटीऑक्सीडेंट में मदद करते हैं
  • वजन प्रबंधन के लिए जैतून का तेल
  • लहसुन
  • ग्रीन टी

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