पूरे देश में अक्टूबर माह में बिगड़ी मौसम की चाल…

केरल। पूरे देश में अक्टूबर महीने में मौसम की चाल बिगड़ गई है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में कहीं मूसलाधार बारिश तो कहीं अचानक बर्फबारी ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। केरल में शनिवार से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। दो पहाड़ी जिले कोट्टायम और इडुकी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। कोट्टायम में सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत हुई है और कई घर बाढ़ में बह गए हैं। तमिलनाडु में लगातार मूसलाधार बारिश के कारण तेनकासी जिले के कुट्रालम जलप्रपात और थेनी जिले के चिन्ना सुरुली जलप्रपात के क्षेत्रों में बाढ़ आने की खबर है। वन विभाग के अधिकारी लोगों को रोकने के लिए जलप्रपात क्षेत्रों की घेराबंदी कर रहे हैं। दक्षिण तमिलनाडु के तिरुनेलवेली, कन्याकुमारी थेनी, डिंडीगुल, मदुरै, रामनाथपुरम, विरुधुनगर, शिवगंगा, थूथुकुडी और तेनकासी में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार यह बारिश साल 2019 और 2020 की तुलना में बहुत अधिक है। एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण रविवार को पूरे दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में आंधी के साथ भारी बारिश हुई। इस कारण जगह-जगह पानी भरने के साथ जाम की स्थिति बन गई। हालांकि भारी बारिश के कारण दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री गिरकर 30.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी 18 और 19 अक्तूबर को तेज बारिश की आशंका जताई गई है। उत्तराखंड में बारिश का रेड अलर्ट जारी करने के साथ ही देहरादून में सोमवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। मौसम विभाग ने 18 अक्टूबर के लिए रेड अलर्ट, जबकि 19 अक्टूबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बारिश से हुई तबाही पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, केरल में भारी बारिश और भूस्खलन में कुछ लोगों की जान चली गई, यह दुखद है। अधिकारी इस प्रभावितों की मदद के लिए जमीन पर कार्य कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *