ब्लड शुगर कंट्रोल करने में सहायक है स्टोन फ्रूट

स्वास्थ्य। स्टोन फ्रूट के फायदों के बारे में कम ही लोग जानते हैं। गुठली वाले फलों को स्टोन फ्रूट कहते हैं। स्टोन फ्रूट ब्लड कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर दोनों को नियंत्रित करता है। ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर आज दुनिया की दो बड़ी समस्यायें हैं। हर साल ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के कारण लाखों लोगों की मौत होती है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया भर में करीब 1.28 अरब लोगों का बीपी बढ़ा हुआ है लेकिन दुर्भाग्य से इनमें से 46 प्रतिशत को पता भी नहीं है कि उन्हें ब्लड प्रेशर की बीमारी है। जब किसी अन्य समस्याओं का इलाज कराने जाते हैं, तब उन्हें पता चलता है कि उनका बीपी बढ़ा हुआ है।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक करीब 70 करोड़ लोग बीपी का इलाज भी नहीं कराते हैं। इसकी प्रमुख वजह है कि बीपी की जांच के लिए वे डॉक्टर के पास नहीं जाते। बीपी बढ़ने की मुख्य वजह खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा का बढ़ना है। वहीं डायबिटीज में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक विश्व में करीब 42.2 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। इसके साथ ही करीब 15 लाख लोगों की मौत हर साल प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से डायबिटीज के कारण होती है। ऐसे में समझा जा सकता है कि ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर हमारे लिए कितना खतरनाक है। ऐसे में इन दोनों बीमारियों का नियंत्रित करने के लिए स्टोन फ्रूट बेहद फायदेमंद है।

स्टोन फ्रूट होता क्या है:-
गुठलीदार फलों को स्टोन फ्रूट कहते हैं। स्टोन फ्रूट में बादाम, प्लम, खुबानी, आड़ू, चेरी, बेर, नेक्टारीन्स, आम, लीची, रेस्पबेरीज, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी, मल्बेरी, ऑलिव, नारियल, खजूर आदि आते हैं। इन फलों को एंटी-एंफ्लामेटरी फल भी कहा जाता है। इन फलों में अधिकांश पौंधों के लिए 20 से 25 डिग्री तापमान होना चाहिए। इससे ज्यादा तापमान वाली जगहों पर ये फ्रूट नहीं होते। हालांकि आम, लीची गर्मी में होने वाले फल हैं।

कैसे फायदेमंद है स्टोन फ्रूट:-  

स्टोन फ्रूट में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर होता है। इसके अलावा इनमें प्रचूर मात्रा में विटामिन सी, पोटैशियम और कई तरह के फाइटोकेमिकल्स होते हैं। रिसर्च में पाया गया है कि स्टोन फ्रूट ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है। स्टोन फ्रूट का सेवन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। कुछ अध्ययनों में यह भी कहा गया है कि स्टोन फ्रूट एक्सरसाइज के बाद दर्द और थकान को दूर करने में मदद करता हैं। साथ ही चेरी जैसे फलों से गठिया के दर्द को भी कम किया जा सकता है। चेरी में मौजूद फेनोलिक कंपाउंड एंटी-इंफ्लामेटिक होता है जो गठिया के मरीजों में घुटनों के नीचे जमी सूजन को कम करता है।

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