UP: SAF ने तैयार की बेल्ट फेल्ड मशीनगन, अब नहीं बदलनी पड़ेगी मैग्जीन

Small Arms Factory Kanpur: नक्‍सलियों पर नकेल कसने के लिए कानपुर में लघु शस्त्र निर्माणी ने नई मशीनगन बेल्ट फेल्ड को विकसित करके उत्पादन शुरू कर दिया है। बता दें कि इस साल सौ मशीनगन तैयार करने का लक्ष्य था, जिसे पूरा कर लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, दो राज्यों की पुलिस को यह मशीनगन दी जाएगी। यही नहीं, नक्सल प्रभावित राज्यों ने भी इसमें रुचि दिखाई है और आर्डर दिए हैं। वहीं, सेना ने भी नई मशीनगन का ट्रायल शुरू कर दिया है। इस आधुनिक गन से एक मिनट में 600 गोलियां दागी जा सकेंगी।

एडवांस वेपंस इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड की इकाई लघु शस्त्र निर्माणी में पहली बार नई लाइट मशीनगन बेल्ट फेल्ड का निर्माण किया गया है। इस जुड़े सभी ट्रायल पूरे हो चुके हैं। मशीनगन सभी मानकों पर खरी उतरी है। इस मशीनगन में मैग्जीन की जगह गोलियों की लंबी बेल्ट होती है।

बेल्ट फेल्ड की खासियत

  • कैलिबर 7.62 एमएम
  • लेंथ 1200 एमएम
  • रेंज 800 मीटर
  • रेट ऑफ फायर 600 राउंड पर मिनट

भार में हल्की

मैग्जीन वाली गन से 30 राउंड ही फायर किए जा सकते हैं। इसके अलावा यह हल्की भी है। मैगगन और एलएमजी के आधुनिक संस्करण बेल्ट फेल्ड में 200 से 250 राउंड की गोलियों की बेल्ट लगाई जाती है, जिसे और भी बढ़ाया जा सकता है।

नहीं बदलनी पड़ेगी मैग्‍जीन

इससे किसी भी अभियान के दौरान गोलियों के खत्म होने की समस्या नहीं होगी और बार-बार मैग्जीन नहीं बदलनी पड़ेगी। एडवांस वेपंस इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक राजीव शर्मा ने बताया कि नई मशीनगन को पहले चरण में नक्सल प्रभावित वाले राज्यों की पुलिस को दिया जा रहा है।

कहीं पर भी किया जा सकता है उपयोग

जानकारों ने बताया कि इस मशीनगन में गालियां दागने की रफ्तार बहुत तेज है। सेना या पुलिस कहीं पर सर्च अभियान कर रही है और वहां पर भीड़ होने की संभावना है, तो इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। रेंज भी अच्छी है। ऐेसे में पहाड़ों, रेगिस्तान वाले बार्डर पर तैनात सेना के जवान आधुनिक हथियार के माध्‍यम से सीमाओं की सुरक्षा कर सकेंगे।

 

 

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