Delhi: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा का आज दूसरा दिन है. हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और पुतिन की द्विपक्षीय बातचीत हुई. इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि भारत बुलाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “मैं रूसी प्रतिनिधिमंडल को दिए गए गर्मजोशी भरे और आतिथ्यपूर्ण स्वागत के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत् मोदी और अपने सभी भारतीय सहयोगियों को धन्यवाद देता हूं…मैं प्रधानमंत्री मोदी को कल अपने आवास पर रात्रिभोज आयोजित करने के लिए धन्यवाद देता हूं.”
महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर गहन चर्चा
मोदी और पुतिन ने बैठक में सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर गहन चर्चा की. दोनों देशों ने 2030 तक के लिए एक इकोनॉमिक कोऑपरेशन प्रोग्राम पर सहमति जताई, जिससे व्यापार और निवेश को विविधता और नया संतुलन मिलेगा. ऊर्जा, फार्मा, विनिर्माण, रक्षा और तकनीकी क्षेत्रों में नई साझेदारियां शामिल होंगी. दोनों नेता आज इंडिया–रूस बिजनेस फ़ोरम में भी शामिल होंगे जहां निजी क्षेत्र के लिए नए अवसर खुलने की उम्मीद है.
भारत–रूस रिश्तों का सबसे मजबूत पहलू
भारत और रूस का आर्थिक संबंधों का अधिक विस्तार हो. हम नई-नई ऊंचाईयों को प्राप्त करे. पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन के संकट के बाद हमारी लगातार चर्चा होती रही है आपने भी समय-समय पर एक सच्चे मित्र के रूप में हमें सभी चीजों से अवगत कराया. मैं समझता हूं कि ये विश्वास बहुत बड़ी ताकत है और आपको मैंने अनेक बार इस विषय पर चर्चा की है….विश्व का कल्याण शांति मार्ग पर ही है हम सबको मिलकर शांति के राह तलाशने चाहिए और पिछले दिनों जो प्रयास चल रहे हैं मुझे पूरा विश्वास है कि विश्व फिर से एक बार शांति की दिशा में लौटेगा.
पुतिन ने बैठक में मोदी के बारे में क्या कहा?
पुतिन ने बैठक में कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बातचीत बेहद सार्थक लगी. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और रूस ने न सिर्फ द्विपक्षीय संबंधों, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी खुलकर विचार-विमर्श किया. पुतिन के अनुसार, दोनों देशों के बीच विश्वास का स्तर इतना गहरा है कि किसी भी चुनौती पर ईमानदार और सीधे संवाद की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है.
भारत–रूस व्यापार तेजी से बढ़ा, अब लक्ष्य 100 अरब डॉलर
रूसी राष्ट्रपति ने अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक संकेत देते हुए बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार पिछले वर्ष 12 प्रतिशत बढ़ा था और मौजूदा साल में भी यह नई ऊxचाइयों को छूने वाला है.उन्होंने विश्वास जताया कि भारत और रूस मिलकर जल्द ही 100 अरब डॉलर के व्यापारिक लक्ष्य को हासिल करेंगे. इसके साथ ही, यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ मुक्त व्यापार समझौते को तेज़ी से आगे बढ़ाने पर भी सहमति बनी है.
स्थानीय मुद्रा में व्यापार को बढ़ावा मिलेगा
पुतिन ने यह स्पष्ट किया कि भारत–रूस व्यापार में रुपया–रूबल व्यवस्था को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि दोनों देश बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए तैयार हैं और रूस की ओर से भारत को तेल, गैस और कोयले की आपूर्ति बिना किसी रुकावट के जारी रहगी. यह पहल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को और स्थिर बनाएगी.
ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर से व्यापार को नई रफ्तार
पुतिन ने बताया कि इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) पर काम तेजी से बढ़ाया जा रहा है. यह मार्ग भारत और रूस के बीच माल ढुलाई को आसान करेगा, जिससे व्यापारिक लागत और समय दोनों में बड़ी कमी आएगी. इस कॉरिडोर को भविष्य के लिए दोनों देशों का सबसे महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट माना जा रहा है.
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