Delhi: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का नाम अब बदल चुका है. नए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) परिसर का नाम अब ‘सेवा तीर्थ’ होगा. पीएम दफ्तर को जल्द ही ‘सेवा तीर्थ’ नाम की नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इसके अलावा देशभर के सभी राज्यों में ‘राजभवन’ का नाम भी बदल दिया गया है. अब राजभवन को ‘लोकभवन’ से कहा जाएगा. केंद्रीय गृहमंत्रालय की तरफ से मंगलवार (2 नवंबर) को जारी निर्देश के बाद आधारिक रूप से अब राजभवन को ‘लोकभवन’ कहा जाएगा.
केंद्र सरकार के स्पष्ट निर्देश
इस क्रम में केंद्र सरकार की तरफ से राजभवनों का नाम बदलना स्पष्ट संदेश है कि सत्ता कोई लाभ उठाने का माध्यम नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का नाम है. नाम बदलने के पीछे केवल दिखावा भर नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक स्पष्ट संदेश और सोच छिपी हुई है. संदेश यह है कि सरकार का काम जनता की सेवा करना है, ना कि सत्ता का सुख भोगना.
इन राज्यों ने बदले अपने राज भवनों के नाम
गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अपने कार्यालयों से ‘राज’ शब्द हटाना शुरू कर दिया है. पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम, उत्तराखंड, ओडिशा, गुजरात और त्रिपुरा ने ‘राजभवन’ का नाम बदलकर ‘लोकभवन’ कर दिया है. लद्दाख के राज निवास का नाम बदलकर ‘लोक निवास’ कर दिया गया है. इस सूची में एक और राज्य जुड़ गया है. राजस्थान ने भी राजभवन का नाम बदलने का एलान कर दिया है.
अब सेवा तीर्थ के नाम से जाना जाएगा
इससे पहले केंद्र सरकार ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया था. पीएमओ के मुताबिक यह सड़क अब एक मैसेज देती है. पावर कोई हक नहीं है. यह एक ड्यूटी है. वहीं प्रधानमंत्री के आवास का नाम भी 2016 में बदला गया था. पहले पीएम का आधिकारिक निवास रेस कोर्स रोड कहलाता था लेकिन 2016 में इसे बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया गया. यह नाम लोक कल्याण की भावना को रेखांकित करता है.
बता दें कि पीएमओ अब अपने 78 साल पुराने साउथ ब्लॉक से निकलकर “सेवा तीर्थ’ वाले नए एडवांस कैंपस में शिफ्ट होने जा रहा है. यह बदलाव सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास प्रोज्क्ट का बड़ा हिस्सा है.
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