वाराणसी। वाराणसी में मां अन्नपूर्णा का मंदिर अब नगर निगम के गृहकर से मुक्त हो गया है। सपा नेता व एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने मंदिरों पर लगने वाले गृहकर का मुद्दा उठाया था। सपा नेता ने बताया कि नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बुधवार को विदाई समारोह से पहले यह अहम जानकारी उन्हें दी। उन्हाेंने शहर के सभी मंदिराें को गृहकर से मुक्त करने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत शंकरपुरी ने बताया कि मां अन्नपूर्णा मठ मंदिर के अन्नक्षेत्र की शाखाओं का विस्तार किया जाएगा। इसके तहत जल्द ही अन्नक्षेत्र की पांच शाखाएं खोलने की तैयारी है। सपा नेता शतरुद्र प्रकाश ने बताया कि बुधवार को नगर आयुक्त गौरांग राठी ने नगर निगम के अधिनियम के अनुसार मां अन्नपूर्णा मंदिर को गृहकर से मुक्त कर दिया। दशाश्वमेध जोनल अधिकारी ने पत्र जारी करके उनको यह जानकारी दी है। उन्होंने इस मामले में नगर आयुक्त को पत्र लिखकर नगर निगम के अधिनियम का हवाला दिया था। नगर आयुक्त को फोन कर निजी तौर पर स्पष्ट किया था कि मां अन्नपूर्णा मंदिर पर गृहकर लगाना अनुचित है। उन्होंने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पर भी गृहकर से मुक्त कराने के प्रकरण को भी साझा किया था। इसके बाद अधिनियम का अध्ययन कर नगर आयुक्त ने मां अन्नपूर्णा मंदिर को गृहकर मुक्त कर दिया। शतरुद्र प्रकाश ने बताया कि वाराणसी के समस्त पौराणिक मंदिरों से गृहकर हटाया जाए। नगर आयुक्त गौरांग राठी द्वारा व्हाट्सएप पर मुझे सूचित किया कि अन्नपूर्णा मंदिर को गृहकर से मुक्त कर दिया गया है। वह वाराणसी से स्थानांतरित होने पहले एक नेक कार्य कर गए। करीब 10 वर्ष पूर्व अगस्त 2011 में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पर लगे गृहकर को हटाया गया था जिसके लिए मैंने मांग रखी थी।