सीएम योगी ने KGMU में करोड़ों की परियोजनाओं का किया लोकार्पण-शिलान्यास

Up: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यहां किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (के.जी.एम.यू.) में लगभग 01 हजार करोड़ रुपये लागत की विभिन्न परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने सेंटर फॉर ऑर्थोपैडिक सुपर स्पेशियलिटी, न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग तथा न्यू गेस्ट हाउस के ऊपर अतिरिक्त तल के निर्माण कार्य का लोकार्पण किया. 

डायग्नोस्टिक सेंटर का भी शिलान्यास

सीएम योगी ने जनरल सर्जरी विभाग के नवीन भवन, 500 बेड की क्षमता के ट्रॉमा सेंटर विस्तार एवं पेशेन्ट यूटिलिटी कॉम्प्लेक्स, नवीन प्रशासनिक भवन तथा डायग्नोस्टिक सेंटर एवं पेशेन्ट रिलेटिव एक्मोडेशन फैसिलिटी ब्लॉक का शिलान्यास किया. उन्होंने लोकार्पित भवनों का निरीक्षण किया और मरीजों की कुशलक्षेम पूछी. 

इन भवनों का होगा लोकार्पण
  • लारी कार्डियोलॉजी सुपर स्पेशियलिटी भवन
  • आर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी सेंटर
  • निर्माणाधीन भवनों का शिलान्यास
  • जनरल सर्जरी विभाग का नया भवन
  • आधुनिक प्रशासनिक भवन
  • ट्रामा-2 भवन (500 बेड)
हेल्थ की बैकबोन है नर्सिंग मेडिकल

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद बलरामपुर में नये-नये नर्सिंग कॉलेज स्थापित हो रहे हैं. नर्सिंग मेडिकल हेल्थ की बैकबोन है. इसलिए नर्सिंग सेवा जितनी मजबूत होगी, हम उतने बेहतर परिणाम देने में सफल हो पाएंगे. मैनपावर गैप को समय से पूरा करना चाहिए, क्योंकि रिजल्ट देना है तो हमारे पास टीम होनी चाहिए. लोकमंगल के प्रतिनिधि के रूप में चिकित्सकों व सहयोगी स्टाफ की समाज में अपनी एक विशिष्ट प्रतिष्ठा है.

एम्स की संख्याओं में हुई बढ़ोतरी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 सालों में लोगों ने बदलते भारत को देखा है. नए भारत ने जीवन के हर क्षेत्र में एक नई प्रगति की है. भारत की प्रगति पूरी दुनिया में सराही जा रही है. डबल इंजन सरकार स्वास्थ्य सेवाओं की उन्नति की दिशा में लगातार कार्य कर रही है. एम्स जैसे संस्थान देश में स्वास्थ्य के बेहतरीन केन्द्र माने जाते हैं. आजादी के बाद से साल 1998-99 तक देश में केवल एक एम्स स्थापित हुआ था. अटल बिहारी वाजपेयी के समय देश में 06 नए एम्स स्थापित हुए, जिनकी संख्या विगत 11 सालों में बढ़कर 23 हो गई है. एम्स केवल उच्च चिकित्सा शिक्षा के ही केन्द्र नहीं हैं, बल्कि शोध और विकास के भी वाहक हैं. के.जी.एम.यू. भी इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है. 

 प्रभाव और अपेक्षाए
  • मरीजों की संख्या बढ़ेगी, क्योंकि मेडिकल सुविधा बेहतर होगी
  • स्टाफिंग और विशेषज्ञों की भर्ती तेज हो सकती है
  • राज्य-स्तरीय चिकित्सा सेवाओं में सुधार के नए आयाम खुलेंगे
  • ट्रामा-2 भवन से सड़क हादसों के रोगियों के लिए राहत
सरकार का स्वास्थ्य मंत्र
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम प्रदेश में चिकित्सा सेवा सुधारों की एक व्यापक योजना से जुड़ा अंदाज़ देता है:
  • मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर का सक्षम निर्माण
  • ग्रामीण-शहरी दोनों स्तरों पर उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधा
  • नवजात, सुगम इमरजेंसी देखभाल, स्पेशलाइज़्ड दवा उपलब्धता का आश्वासन
कार्यक्रम में रहे मौजूद

कार्यक्रम को चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्री मयंकेश्वर शरण सिंह, के.जी.एम.यू. की कुलपति प्रो0 सोनिया नित्यानंद ने भी सम्बोधित किया. इस अवसर पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रति कुलपति प्रो0 अभिजीत कौर, कार्यक्रम संयोजक प्रो0 के0के0 सिंह, के.जी.एम.यू. के आचार्य, शिक्षकगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. 

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