Uttrakhand: कांवड़ यात्रा की शुरुआत इस बार 11 जुलाई से हो रही है. ऐसे में यात्रा को लेकर अंतरराज्यीय समन्वय समिति की हाई-लेवल बैठक आयोजित हुई. शुक्रवार को इस बैठक में कांवड़ यात्रा को लेकर विस्तार से चर्चा हुई और इसमें कई अहम फैसले लिए गए. कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए अंतरराज्यीय समन्वय समिति की बैठक में रियल टाइम कॉर्डिनेशन, अफवाहों पर सख्ती, सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और हुड़दंग करने वालों पर शिकंजा कसने को लेकर चर्चा हुई.
मुख्य सचिव ने दिए निर्देश
मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कांवड़ यात्रा को आस्था और श्रद्धा का महान उत्सव बताते हुए कहा कि इसे सुगम, सरल और सुरक्षित बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों को चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी. उन्होंने कांवड़ियों से अपील की कि वे बेसबॉल बैट, त्रिशूल जैसे हथियार अपने साथ न लाएं. इसके साथ ही डीजे की ऊंचाई 10 फीट से अधिक न हो और डीजे की आपस में कोई प्रतियोगिता नहीं होगी. उन्होंने आधुनिक तकनीक जैसे ड्रोन और सीसीटीवी का उपयोग बढ़ाने पर जोर दिया, ताकि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा को मजबूत किया जा सके.
छह राज्यों के अधिकारी हुए शामिल
उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन की अध्यक्षता में शुक्रवार को हरिद्वार मेला नियंत्रण कक्ष में बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. इसी दौरान कांवड़ यात्रा को लेकर गाइडलाइन तय की गई. मुख्य सचिव ने कहा कि कांवड़ यात्रा को सुरक्षित सुव्यवस्थित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. सभी राज्यों के बीच रियल टाइम डेटा और सूचना का आदान-प्रदान किया जाए, ताकि आपात स्थिति में तत्काल समन्वय हो सके.
यातायात प्रबंधन और रूट डायवर्जन प्लान
अंतरराज्यीय बैठक में शांतिपूर्ण, सुव्यवस्थित और समन्वित कांवड़ मेला संचालन के लिए सभी राज्यों के बीच आपसी सहयोग पर सहमति बनी. कांवड़ पटरी मार्ग और पार्किंग की तैयारियों की भी समीक्षा की गई. 14 जुलाई को सावन का पहला सोमवार होने के कारण 11 जुलाई सुबह 8 बजे से नेशनल हाईवे पर वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा. उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच रियल-टाइम पार्किंग और यातायात की जानकारी साझा की जाएगी. भेल पार्किंग का उपयोग भी जरूरत पड़ने पर किया जाएगा.
सुरक्षा और सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम
समन्वय बैठक में ढाबों और होटलों में रेट लिस्ट चस्पा करने और शराब-मांस से संबंधित नियमों का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया गया. वन्यजीवों से सुरक्षा के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष इंतजाम किए जाएंगे. ड्रोन से भीड़-भाड़ वाले स्थानों, सड़कों, और घाटों की निगरानी होगी. कांवड़ यात्रा के अनुभव को आगामी कुंभ मेले की तैयारियों में भी उपयोग किया जाएगा.
बैठक में उत्तर प्रदेश से ADG भानु भास्कर, सचिव गृह मोहित गुप्ता, कमिश्नर मेरठ ऋषिकेश भास्कर यशोद, कमिश्नर बरेली सौम्य अग्रवाल, डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह, और उत्तराखंड से ADG , मंडलायुक्त विनय शंकर पाण्डे, IG गढ़वाल राजीव स्वरूप, SSP देहरादून अजय सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे.
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