Health tips: शरीर को स्वस्थ रहने के लिए सभी अंगों का बेहतर होना बेहद जरुरी है. इसके लिए सभी अंगों को पर्याप्त मात्रा मे शुद्ध रक्त मिलना भी आवश्यक होता है. आपको भी पता होगा कि हमारे शरीर में आधे से ज्यादा बीमारियों का पता खून की जांच करके लगाया जा सकता है. जब खून में गंदगी या टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं, तो इससे कई प्रकार की समस्याएं पैदा हो सकती हैं जैसे त्वचा संबंधी समस्याएं, पाचन समस्याएं, थकान और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी. हालांकि कुछ घरेलू नुस्खे और प्राकृतिक चीजें खून को शुद्ध करने में मददगार हो सकती हैं. कुछ ऐसे रामबाण घरेलू नुस्खे जो खून से गंदगी को दूर करने में सहायक होते हैं.
खून साफ न होने के कारण होने वाली दिक्कतें
जब खून गंदा हो जाता है, तो इसका असर सबसे पहले हमारी त्वचा पर दिखता है – मुंहासे, दाग-धब्बे, खुजली या skin allergy. फिर इसके बाद धीरे-धीरे पाचन शक्ति कमजोर होती जाती है, शरीर में थकावट सी लगती है, और बाल भी झड़ने लगते हैं. ये सब संकेत हैं कि शरीर अंदर से मदद माँग रहा है. अगर खून को समय-समय पर शुद्ध किया जाए तो शरीर खुद ही बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. वे कहते हैं कि हमें प्राकृतिक और देसी तरीकों से अपने खून की सफाई करनी चाहिए, जो न केवल सस्ते हैं बल्कि बिना किसी side effect के काम करते हैं.
गुनगुना पानी और नींबू का रस
नींबू का रस आपके रक्त और पाचन तंत्र, दोनों को साफ करने में मदद कर सकता है. यह प्राकृतिक रूप से अम्लीय होता है और जो पीएच स्तर को कम करने और रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालने में उपयोगी होता है. शरीर की अशुद्धि को बाहर करने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में ताजा नींबू का रस मिलाकर पीना चाहिए. यह रक्त का साफ रखने में भी आपके लिए काफी लाभकारी है.
पर्यप्त मात्रा में पानी
अधिक पानी पीने की आदत बॉडी डिटॉक्स के साथ-साथ रक्त की अशुद्धि को भी कम करने में मददगार है. लिवर और किडनी के कार्यों को ठीक रखने में भी अधिक पानी पीते रहने से मदद मिल सकती है. ये अंग रक्त को शुद्ध करने और इसमें मौजूद अशुद्धि को बाहर करने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं. नेशनल किडनी एसोसिएशन के अनुसार, आपको प्रतिदिन इतना पानी पीते रहना चाहिए जिससे लगभग 6 कप मूत्र का उत्पादन हो सके.
हल्दी और दूध
हल्दी को एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के लिए जाना जाता है, यह हमारे खून को साफ करने और हीलिंग प्रक्रिया को तेज करने में भी सहायक है. हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन नामक यौगिक सूजन और संक्रमण के जोखिमों से बचाने में भी लाभकारी है. आयुर्वेद के अनुसार एक कप गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पिएं. यह पेय लिवर के कार्यों को बेहतर बनाने के साथ शरीर से विषाक्तता को कम करने में भी सहायक है.
अदरक के फायदे
अदरक के सेवन से खून में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है. इसके एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में सहायक होते हैं. अदरक का रस निकालकर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर पिएं. अदरक की चाय का सेवन भी खून को साफ करने में फायदेमंद होता है.
तुलसी के पत्ते
तुलसी को एक पवित्र और औषधीय पौधा माना जाता है. इसके पत्तों का सेवन करने से खून को साफ किया जा सकता है और शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता मिलती है. तुलसी के 5-7 पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी को छानकर पिएं. रोजाना खाली पेट तुलसी के पत्तों का सेवन करें.
ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं और खून से टॉक्सिन्स को निकालते हैं. रोजाना सुबह या शाम को ग्रीन टी का सेवन करें. ग्रीन टी में शहद मिलाकर इसे और ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकता है.
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