CDS: ऑपरेशन सिंदूर में नुकसान के बारे में पूछे जाने पर बोले सीडीएस- नुकसान महत्वपूर्ण नहीं परिणाम महत्वपूर्ण है

CDS : पहलगाम हमले को लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा कि पहलगाम में जो हुआ, वह पीड़ितों के प्रति घोर क्रूरता थी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मकसद था कि पाकिस्तान से राज्य प्रायोजित आतंकवाद को रोकना होगा।  वहीं पूणे के एक कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सीडीएस जनरल अनिल चौहान कहा कि पाकिस्तान को भारत को आतंकवादी गतिविधियों का बंधक नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने फिर दोहराया कि असफलताओं और नुकसानों का कोई असर नहीं होता। नुकसान महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि परिणाम महत्वपूर्ण हैं।

प्रारंभिक बिंदु पहलगाम आतंकी हमला था

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान का कहना है कि इस पाकिस्‍तानी के हमले के दौरान प्रारंभिक बिंदु पहलगाम आतंकी हमला था। ऐसे में क्या आतंकवाद युद्ध का एक तर्कसंगत तरीका है?  इस मामले को लेकर मुझे नहीं लगता कि ऐसा है, क्योंकि आतंकवाद का कोई परिभाषित तर्क नहीं है। बता दें कि 1965 में जुल्फिकार अली भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए भारत के खिलाफ एक हजार साल के युद्ध की घोषणा की थी।

‘ऑपरेशन 48 घंटे के बदले 8 घंटे में ही हुआ खत्म’

जानकारी देते हुए सीडीएस ने बताया कि 10 मई की रात को उनका (पाकिस्तान का) लक्ष्य 48 घंटे में भारत को घुटने टेकने पर मजबूर करना था। उन्‍होंने कई हमले करके इस संघर्ष को और बढ़ा दिया। पहलगाम हमले के दौरान हमने तो सिर्फ पाकिस्‍तानी आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। उन्‍हे लगा था कि ऑपरेशन 48 घंटे तक चलेगा, लेकिन लगभग 8 घंटे में ही खत्म हो गया और फिर उन्होंने फोन उठाया और कहा कि वे बात करना चाहते हैं…’

तकनीकी मापदंडों के आधार पर निकालेंगे डेटा

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए नुकसान के बारे में जनरल अनिल चौहान से पूछे जाने पर उन्‍होंने जवाब दिया कि ये महत्वपूर्ण नहीं हैं। परिणाम और आप कैसे कार्य करते हैं, ये महत्वपूर्ण है। इस मामले पर बात करते हुए उन्‍होंने कहा कि नुकसान के बारे में बात करना बहुत सही नहीं होगा।

इस दौरान उन्‍होंने उदाहरण देते हुए कहा- मान लीजिए कि आप क्रिकेट टेस्ट मैच में जाते हैं और आप किसी भी तरह से जीत जाते हैं, तो कितने विकेट, कितनी गेंदें और कितने खिलाड़ी हैं, इसका कोई सवाल ही नहीं है। जानकारी के मुताबिक, तकनीकी मापदंडों के आधार पर हम यह विशेष डेटा निकालेंगे और आपके साथ साझा करेंगे। डेटा निकालने के बाद हम आपको बताऐंगे कि कितने विमान नष्ट किए और हमने कितने रडार नष्ट।

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