UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस को हाईटेक करने लिए एक नया एप यक्ष लॉन्च किया है. इस एप के जरिए न केवल यूपी पुलिस की बीट पुलिसिंग मजबूत होगी बल्कि हर अपराधी का हर तरीके का रिकॉर्ड इस app में सेव किया जाएगा. इससे पहले अपराधियों का इतिहास दशकों से चली आ रही पुरानी परंपरा यानी रजिस्टर में सुरक्षित रखा जाता था. लेकिन तकनीकी का इस्तेमाल करने की रणनीति के तहत अब हाईटेक सिस्टम से पूरी निगरानी होगी और इसी क्रम में यक्ष एप को लॉन्च किया गया है.
थानों की बदलेगी सूरत
एडीजी जोन लखनऊ सुजीत पांडेय ने पुलिस स्टेशन मैनेजमेंट एंड अपग्रेडेशन पर प्रस्तुति दी. उन्होंने बताया कि स्मार्ट एसएचओ डैशबोर्ड के माध्यम से थाना प्रभारी एक क्लिक पर सभी मामलों की स्थिति, विवेचनाओं की प्रगति और संबंधित कार्रवाई की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. इससे जिम्मेदार पुलिसकर्मियों की जवाबदेही भी तय होगी.
महिलाओं से संवाद पर जोर
महिला एवं बाल अपराध और मानव तस्करी पर एडीजी पद्मजा चौहान ने कार्ययोजना प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि महिला बीट सिपाही और दरोगा अपने-अपने क्षेत्रों में महिलाओं से नियमित संवाद करें और हेल्पलाइन नंबर व वीमेन पावर लाइन की जानकारी दें.
सीसीटीएनएस-2.0 की तैयारी
एडीजी नवीन अरोड़ा ने सीसीटीएनएस-2.0, नई संहिता और फोरेंसिक विषयों पर प्रस्तुति दी. उन्होंने ई-एफआईआर, जीरो एफआईआर, ई-समन और ई-साक्ष्य जैसी डिजिटल व्यवस्थाओं की जानकारी दी और बताया कि तकनीक के जरिए अपराधियों पर कार्रवाई को और प्रभावी बनाया जा रहा है.
पुलिस व्यवहार सुधार पर भी फोकस
पुलिस मंथन में पुलिस के व्यवहार को बेहतर बनाने पर भी चर्चा हुई. बताया गया कि विभिन्न एजेंसियों की मदद से पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. डीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा ने ई-रिपोर्टिंग पोर्टल के विकास और चिन्हित माफिया की केसवार मॉनिटरिंग के लिए डैशबोर्ड तैयार करने की जानकारी दी. वहीं, डीजी कारागार पीसी मीना ने कारागारों के डिजिटलीकरण, एआई आधारित सीसीटीवी निगरानी और ई-मुलाकात व्यवस्था पर प्रकाश डाला.
इसे भी पढ़ें:-बुराईयों का करें परित्याग, प्रकृति होगी अनुकूल: पंकज जी महाराज