भौतिक शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक शिक्षा की भी है जरुरत: पंकज जी महाराज

Ghazipur: इस समय गाजीपुर जिलान्तर्गत 83 दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा के साथ विख्यात सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के उत्तराधिकारी सन्त पंकज जी महाराज सघन सत्संग भ्रमण पर हैं। इसी क्रम में वह थाना बिरनों वि.ख. मरदह के ग्राम मच्छरताली (रमदोपुर) पधारे। आज यहाँ सत्संग समारोह का आयोजन किया गया। पंकज जी महाराज ने मानव शरीर के महत्व पर प्रकाश डालते हुये ‘‘यह तन तुमने दुर्लभ पाया कोटि जनम भटका जब खाया। अब याको विरथा मत खोओ, चेतो छिन-छिन भक्ति कमाओ।’’ पंक्तियों को उद्धृत करते हुये बताया कि पूर्व जन्म के संचित शुभ कर्मों, सन्त सत्गुरु की दया से यह मानव तन प्राप्त हो गया। अब इसको बर्बाद मत करो। चेतकर भगवान की भक्ति करें। घट-घट बैठा साइयां, परखे सबकी राय। सत्त के खोजी भक्त को सत्गुरु देय मिलाय।। घट-घट में प्रभु विराजमान है और आप सबके विचार परखता रहता है जिसे भगवान से मिलने की चाह है उसे किसी तरह प्रभु की प्राप्ति करने वाले सन्त सतगुरु से मिला देते हैं। ऐसे गुरु की प्राप्ति जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जब वह मिल जायेंगे तो आपको सुरत शब्द योग (नाम योग) का रास्ता बता देंगे। अपनी आध्यात्मिक शक्ति का सहारा देकर आप की सुरत (आत्मा) को प्रभु के देश से आने वाली देववाणी, अनहदवाणी, कलमा से जोड़ देंगे। तब गुरु की महानशक्ति का आप को अनुभव होगा। इसीलिए यह मनुष्य शरीर मिला है।

उन्होंने बताया कि चरित्र मानव धर्म की पूंजी है बिना इसके मानव की कोई कीमत नहीं। सामाजिक सौहार्द व समरसता समय की मांग है। भौतिक शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक शिक्षा की आवश्यकता है। इस प्रजातन्त में शराब का बोलबाला बढ़ गया। इसके और मांसाहार के कारण हिंसा और अपराध बढ़ रहे हैं। युवा देश की धरोहर व बड़ी शक्ति हैं। इनको शराब व मांसाहार से बचाने की जरूरत है। संस्थाध्यक्ष ने बाबा जयगुरुदेव जी महाराज की भविष्यवाणियों की तरफ संकेत करते हुये कहा विश्व की स्थिति चिन्ता का विषय है आर्थिक परिस्थितियां प्रभावित हो रहीं, कई राष्ट्रों में कलह का वातावरण है। एटम बम के भीषण युद्ध से मानव को भयावह स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इसलिये भगवान के भजन का रास्ता रक्षक होगा।

संस्था महामन्त्री बाबूराम, मथुरा आश्रम के प्रबन्धक सन्तराम चौधरी, बिहार प्रदेश के अध्यक्ष मृत्युन्जय झा, राष्ट्रीय उपदेशक राजेश ने वार्ता में बताया कि विख्यात सन्त बाबा जयगुरुदेव द्वारा जारी किये गये अच्छे समाज के निर्माण, शाकाहार-सदाचार व मद्यनिषेध का व्यापक अभियान संस्था चला रही है। सामाजिक समरसता व परस्पर सौहार्द हेतु निरन्तर प्रयासरत हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक डा. उमाशंकर यादव, लाखेन्द्र यादव, राजेश यादव, हरिहर सिंह, लाल यादव, गोविन्द यादव, चंद्रशेखर, रामराजपाल, चिन्ता देवी, रीतादेवी, अंगद पाल, बीरेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे। आयोजक ने बताया कि कार्यक्रम में शांति व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। सत्संग के बाद यात्रा अपने अगले पड़ाव नारंगपुर-रानीपुर थाना नोनहरा के लिये प्रस्थान कर गई।

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