Delhi: संसद भवन पर हमले की आज 24वीं बरसी है. देश उन वीर सपूतों को याद कर रहा है, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना आतंकियों को मंसूबों को नाकामयाब कर दिया. संसद पर हमले की बरसी पर उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने शहीदों को याद कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की.
सर्वोच्च बलिदान के लिए देश आभारी
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ‘इस दिन, हमारा देश उन लोगों को याद करता है जिन्होंने 2001 में हमारी संसद पर हुए भयानक हमले के दौरान अपनी जान दे दी थी. गंभीर खतरे का सामना करते हुए, उनकी हिम्मत, सतर्कता और कर्तव्य के प्रति अटूट भावना कमाल की थी. भारत उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए हमेशा उनका आभारी रहेगा.’
त्याग व बलिदान के लिए देश सदैव ऋणी रहेगा
गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- ‘आज का दिन आतंकवाद के खिलाफ हमारे सुरक्षा बलों के उस अदम्य शौर्य व साहस को फिर से स्मरण करने का दिन है, जब वर्ष 2001 में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर, हमारे संसद भवन पर हुए कायराना आतंकी हमले को उन्होंने अपने जज्बे से नाकाम किया. आतंकियों को मुँहतोड़ जवाब देते हुए वीरगति को प्राप्त होने वाले सुरक्षा बलों के जवानों को नमन करता हूँ. यह राष्ट्र वीर सेनानियों के त्याग व बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा.
रक्षा के लिए दिया सर्वोच्च बलिदान
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संसद भवन पर हुए आतंकी हमले के दौरान सुरक्षाकर्मी अटूट ढाल बनकर खड़े रहे. उन्होंने लिखा कि इन बहादुर जवानों ने लोकतंत्र की आत्मा की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. उनका साहस, कर्तव्यनिष्ठा और बलिदान देश की चेतना में हमेशा जीवित रहेगा.
दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने भी दी श्रद्धांजलि
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि संसद भवन पर हुए आतंकी हमले में मां भारती की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूतों को विनम्र श्रद्धांजलि. उन्होंने कहा कि उनका बलिदान लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के प्रति अडिग संकल्प का प्रतीक है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
संसद भवन पर 2001 में हुए दुस्साहसी आतंकवादी हमले के दौरान देश के सम्मान की रक्षा करने वाले शहीद जवानों को कोटि कोटि नमन और विनम्र श्रद्धांजलि. भारत आपका यह बलिदान हमेशा याद रखेगा और इससे देशप्रेम की प्रेरणा लेता रहेगा.
सुरक्षाबलों ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था
13 दिसंबर 2001 को जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने संसद परिसर पर हमला किया था. इस हमले में दिल्ली पुलिस के छह जवान, संसद सुरक्षा सेवा के दो कर्मी और एक माली की जान चली गई थी. सुरक्षाबलों ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था. भारत शनिवार को इस भीषण आतंकी हमले की 24वीं बरसी मना रहा है.
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