AP: आंध्र प्रदेश में खूंखार माओवादी माड़वी हिड़मा के मारे जाने के एक दिन बार भी सुरक्षाबलों की कार्रवाई जारी है. आंध्र प्रदेश पुलिस ने माओवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने कृष्णा, एलुरु, एनटीआर विजयवाड़ा, काकीनाडा और डॉ. बीआर अंबेडकर कोनासीमा जिलों से 50 नक्सली आपरेटिव्स को गिरफ्तार किया है, जिससे संगठन के साउथ बस्तर और दंडकारण्य नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है.
सशस्त्र प्लाटून सदस्य और पार्टी के लोग शामिल
पुलिस के मुताबिक, जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें वरिष्ठ माओवादी, संचार मामलों के जानकार, सशस्त्र प्लाटून सदस्य और पार्टी के लोग शामिल हैं. यह सब लोग करीब से माड़वी हिड़मा के साथ काम कर रहे थे, जो कि भाकपा-माओवादी पार्टी की केंद्रीय समिति का सदस्य था.
बीते दिनों 7 नक्सलियों को किया गया था ढेर
कल छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा में जिस जगह कुख्यात नक्सली माडवी हिड़मा और उसकी पत्नी राजे समेत छह नक्सलियों को ढेर किया गया था, वहीं आज फिर एक बड़ी मुठभेड़ हो गई. इस एनकाउंटर में एक बार फिर से पुलिस और सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. एनकाउंटर में सात नक्सलियों को ढेर किया गया है, इनमें नक्सलियों का बड़ा लीडर और जोगा उर्फ टेक शंकर को भी मार गया है. मारे गए 7 नक्सलियों में 4 पुरुष, 3 महिला शामिल हैं.
20 महीनों में 2200 से ज्यादा नक्सली मुख्यधारा में लौटे
आईजी सुंदरराज ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने का उनका लक्ष्य पूरा हो जाएगा और पिछले 20 महीनों में 2200 से अधिक नक्सली मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं.
“पिछले कुछ दशकों से वामपंथी उग्रवाद न केवल बस्तर और छत्तीसगढ़ के लिए, बल्कि देश के बड़े हिस्से के लिए एक बड़ी सुरक्षा चुनौती रहा है. पिछले कुछ साल बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों के लिए बहुत निर्णायक रहे हैं. पिछले दो सत्रों में, हमने बस्तर क्षेत्र में 450 से अधिक नक्सली शव बरामद किए हैं. इस अवधि में, बसवराजू और अन्य जैसे शीर्ष नक्सली कैडरों के शव बरामद किए गए.
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