UP News: योगी सरकार को सूबे में सरकार चलाते हुए 8 साल हो गए हैं. इन 8 वर्षों में माफिया मुख्तार अंसारी, उसके परिवार और गुर्गों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर, शासन ने कमर तोड़ दी है. मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी फरार हैं. बड़े बेटे और पूर्व विधायक अब्बास अंसारी भी जेल जा चुके हैं. वहीं अब पहली बार मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे को भी सलाखों के पीछे भेजने की तैयारी कर ली गई है. उमर अंसारी को पहली बार गिरफ्तार किया गया है. रविवार की देर रात को उमर को लखनऊ पहुंचकर गाजीपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
उमर अंसारी पर क्या है आरोप
उमर की मां अफशां अंसारी लंबे समय से फरार हैं. उन पर 13 केस दर्ज हैं. गाजीपुर जिले की पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है. जमीन की खरीद फरोख्त, फर्जी तरीके से जमीन पर कब्जा कर आर्थिक लाभ लेने के अलावा सरकारी जमीन को रसूख के बल पर अपने नाम कराने जैसे कई मामलों को लेकर आफशां अंसारी पर मुकदमे दर्ज हैं. उमर ने उनके जाली हस्तारक्षर वाले दस्तावेज पेश किए हैं. इसी के चलते अब उन पर ऐक्शन लिया गया है.
मुख्तार परिवार का सियासी वर्चस्व मऊ सीट से खत्म
उमर अंसारी की गिरफ्तारी के चलते मुख्तार परिवार की सियासी विरासत पर भी संकट गहरा गया है. मुख्तार के बड़े बेटे अब्बास अंसारी को भड़काऊ भाषण मामले में पहले ही अदालत ने दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधायकी हो गई है. इसके चलते रिक्त हुए मऊ विधानसभा सीट पर उमर अंसारी के चुनाव लड़ने की तैयारी थी लेकिन अब उनकी के गिरफ्तारी से सवाल उठने लगे हैं कि मुख्तार परिवार का सियासी वर्चस्व मऊ सीट से खत्म हो जाएगा.
उमर की गिरफ्तारी के बाद मामले की विस्तृत जांच की जा रही है. उमर अंसारी के बड़े भाई और सुभासपा के पूर्व विधायक अब्बास अंसारी ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए भी ये जानकारी दी. अब्बास ने लिखा कि उनके भाई उमर को पुलिस हिरासत में ले गई है.
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