कारगिल विजय दिवस: पीएम मोदी ने कारगिल युद्ध के नायकों को दी श्रद्धाजंलि, कहा- ‘कारगिल में युद्ध के साथ सत्य की भी हुई जीत’ 

Kargil Vijay Diwas: आज देशभर में 26वां कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है. इस दौरान पूरा देश वीर सैनिकों के समर्पण को याद कर रहा है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर कारगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि कारगिल विजय दिवस गवाह है कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर हैं. कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था. सत्य की भी जीत हुई थी. उस समय भारत शांति के लिए कार्य कर रहा था. जबकि पाकिस्तान ने विश्वासघात किया.

PM Modi ने दी श्रद्धांजलि

इसके अलावा, उन्‍होंने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्स पर भी अपने पोस्‍ट में लिखा कि “कारगिल विजय दिवस पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. यह दिन हमें उन वीर सपूतों की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की आन-बान और शान के लिए अपने प्राण न्योछावर किए. उनका साहस और बलिदान हर पीढ़ी को प्रेरणा देता रहेगा. जय हिंद!”

26 जुलाई को ही भारत ने जीता था कारगिल युद्ध

प्रधानमंत्री मोदी ने कारगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि 26 जुलाई, 1999 को भारत ने कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी. आज लद्दाख की ये महान भूमि कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ की गवाह बन रही है. उन्‍होंने कहा कि मुझे याद है कि किस तरह हमारी सेनाओं ने इतनी ऊंचाई पर इतने कठिन युद्ध ऑपरेशन को अंजाम दिया. 

पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा

इस दौरान उन्‍होंने कहा कि मैं देश को विजय दिलाने वाले ऐसे सभी शूरवीरों को आदरपूर्वक प्रणाम करता हूं. मैं उन शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने कारगिल में मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा. 

दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी शिनकुन ला सुरंग

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअली शिनकुन ला सुरंग परियोजना का पहला विस्फोट किया. बता दें कि यह सुंरग लद्दाख को हर मौसम में संपर्क प्रदान करेगी. इस सुरंग परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब टनल भी शामिल है, जिसका निर्माण निमू-पदुम-दारचा रोड पर लगभग 15,800 फुट की ऊंचाई पर किया जाएगा.

इस सुरंग से लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान की जा सकेगी. यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी. शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज व कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी. 

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