Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरों को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ी योजना तैयार की है. लगभग 1.29 लाख करोड़ रूपये इस योजना में लगाए जाएंगे. इसका मकसद है शहरों को ज्यादा साफ, सुरक्षित, आधुनिक और पर्यावरण को देखते हुए उनमें सुधार किये जाएंगे. इस योजना में बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और जानवरों की ज़रूरतों का भी ध्यान रखा गया है. साथ ही, तकनीक और पर्यावरण से जुड़ी चीजों को भी महत्व दिया गया है. हाल ही में यह योजना केंद्र सरकार को दिखाई गई है, जिसमें अगले पांच सालों में किए जाने वाले कामों का विवरण दिया गया है.
व्यापार और रोजगार के नए अवसर
इस योजना के तहत शहरों में बेहतर सड़क नेटवर्क बनाने के लिए ₹30,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इससे शहरों के अंदर आने-जाने में आसानी होगी और पास के कस्बों से भी बेहतर जुड़ाव होगा, शहरों में जलभराव रोकने के लिए 27,500 करोड़ की ड्रेनेज योजना बनाई गई है. यह योजना बरसात के पानी को सही तरीके से निकालने में मदद करेगी. साफ-सफाई और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 15,000 करोड़ सीवरेज और शौचालयों से जुड़े प्रबंधन पर खर्च होंगे. इस योजना में व्यापार और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.
साफ पानी पहुंचाने के लिए बनाई गई योजना
हर घर में साफ पानी पहुंचाने के लिए 9,900 करोड़ की योजना बनाई गई है, और इसकी मरम्मत व देखरेख के लिए 8,286 करोड़ रखे गए हैं. शहरों को हरा-भरा और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए इस योजना में 1,265 करोड़ की हरियाली और बागवानी से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं.
इलेक्ट्रिक श्मशान घाट
प्रदूषण कम करने के लिए 990 करोड़ की लागत से इलेक्ट्रिक श्मशान घाट बनाए जाएंगे.17 बड़े शहरों और 3 एनसीआर क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए 3120 करोड़ खर्च किए जाएंगे. इसका मकसद लोगों को साफ और सुरक्षित हवा देना है. इन सभी योजनाओं का लक्ष्य है शहरों को ज्यादा साफ, हरे-भरे और सेहतमंद बनाना.
युवाओं की पढ़ाई और जानकारी के लिए डिजिटल लाइब्रेरी
शहरों में रहने वाले लोगों की जिंदगी को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए कई नई योजनाएं बनाई गई हैं. इसमें युवाओं को पढ़ाई और जानकारी के नए मौके देने के लिए डिजिटल लाइब्रेरी पर 1490 करोड़ खर्च किए जाएंगे. इन शहरों के कामकाज को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए 1400 करोड़ की स्मार्ट पालिका योजना लाई जा रही है.
अन्य योजनाएं
बुजुर्गों की देखभाल के लिए 850 करोड़ और पशुओं की देखरेख के लिए 525 करोड़ की योजनाएं शामिल हैं. महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए 350 करोड़ की सुरक्षित शहर योजना बनाई गई है. लोगों के लिए सामुदायिक सभाएं, कसरत और सफर आसान बनाने के लिए 1450 करोड़ के सभागार, 1000 करोड़ के खुले जिम और 5935 करोड़ की शहरी यातायात व्यवस्था पर भी काम होगा.
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