New delhi: भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे सैन्य तनाव को देखते हुए देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे देशवासियों को भरोसा देते हुए कहा है कि आपको अनाज के लिए डरने की जरूरत नहीं है। सीमा पर जवान और खेतों में किसान दोनो तरफ तैयार हैं। हमारे अन्न भंडार पर्याप्त मात्रा में हैं। इस वर्ष अधिक उत्पादन हुआ है और आने वाली फसलों के लिए भी स्थितियां भी अनुकूल हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति या आवश्यकता के समय देशवासी परेशान न रहें। ।
खाद्य उपलब्ध कराने के लिए अनाजों से भरे हैं गोदाम
खबर के मुताबिक, शिवराज सिंह चौहान ने एक कार्यक्रम में कहा कि कृषि विभाग के रूप में हमारी जिम्मेदारी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। आपको बता दें कि गेहूं, चावल और दूसरे अनाजों से हमारे गोदाम भरे हुए हैं। देश के किसी भी नागरिक को बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की जनता पूरी तरह निश्चिंत रहें। हम सक्षम हैं, सजग हैं और संकल्पित हैं। सीमाओं पर हमारे जवान तैनात हैं और खेतों में हमारे किसान पसीना बहा रहे हैं।
भारत में अनाजों के निर्यात में हो रही वृद्धि
भारत ने वित्त वर्ष 2025 में दिसंबर तक 2.97 करोड़ अमेरिकी डॉलर मूल्य के मोटे अनाज का निर्यात किया और 2020-21 से इसके निर्यात में लगातार वृद्धि हो रही है। वित्तीय वर्ष 2020-21 से मोटे अनाज के निर्यात में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने बताया कि 2020-21 में यह निर्यात 2.60 करोड़ अमेरिकी डॉलर था, जो 2021-22 में बढ़कर 2.85 करोड़ अमेरिकी डॉलर और 2022-23 में 3.98 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया।
दलहन एवं खाद्य तेलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए नीतिगत सुधार
जानकारी के अनुसार बता दे कि, वित्त वर्ष 2025 के लिए बजट-पूर्व दस्तावेज में अनाज के अधिक उत्पादन को हतोत्साहित करने तथा दलहन एवं खाद्य तेलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए नीतिगत सुधार करने का सुझाव दिया गया है। देश दलहन और खाद्य तेलों की जरूरतों को पूरा करने के लिए फिलहाल आयात पर निर्भर है। आर्थिक समीक्षा 2024-25 में इस बात पर जोर दिया गया है कि विभिन्न विकास पहल के बावजूद भारत के कृषि क्षेत्र में आगे विकास की अपार क्षमता है जिसका अभी तक उपयोग नहीं किया जा सका है।
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