Bharatiya Janata Party: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई को रविवार को नया अध्यक्ष मिलेगा. दोपहर 2 बजे उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी. इस पद के लिए सांसद पंकज चौधरी का नाम लगभग फाइनल हो चुका है और रविवार सुबह से ही उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो चुका है.
पंकज चौधरी से मिलने के लिए रविवार सुबह समर्थकों की लाइन लग गई. बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता उनसे मिलने आए.
पार्टी कार्यकार्ताओं में उत्साह
मीडिया से बातचीत में पंकज चौधरी ने कहा कि “भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होने वाली है, इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह है. पूरे राज्य से कार्यकर्ता मौजूद हैं और बहुत उत्साहित हैं. घोषणा दोपहर 2 बजे होगी, और उसके बाद हम औपचारिक रूप से सभी का अभिनंदन स्वीकार करेंगे.”
राज्य सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि पंकज चौधरी प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं. यह निश्चित रूप से हम सभी के लिए गर्व की बात है.
कपिल देव अग्रवाल ने की तारिफ
पंकज चौधरी को लेकर मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि “वह एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत पार्षद के तौर पर की. वे गोरखपुर के डिप्टी मेयर रहे और सात बार सांसद रहे हैं. उनके साथ राजनीति का एक लंबा अनुभव जुड़ा है. निश्चित रूप से भाजपा नेतृत्व ने अच्छे प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उनका नाम चुना है. आने वाले समय में पंकज चौधरी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी और भी मजबूत होगी. सभी नेता उनके साथ मिलकर पार्टी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.”
निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुने गए पंकज चौधरी
बता दें कि पंकज चौधरी ने शनिवार को लखनऊ में पार्टी के राज्य मुख्यालय में उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए अपना नॉमिनेशन फाइल किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे. दूसरा उम्मीदवार न होने की स्थिति में पंकज चौधरी का निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने का रास्ता साफ हुआ.
पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश के महराजगंज लोकसभा क्षेत्र से सात बार के सांसद हैं, और उन्हें दूसरी मोदी कैबिनेट में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री बनाया गया था. वह कुर्मी जाति से आते हैं. चौधरी का राजनीतिक करियर स्थानीय स्तर पर शुरू हुआ, जब उन्होंने 1989 से 1991 तक गोरखपुर में नगर निगम के सदस्य के रूप में काम किया. इस दौरान, उन्होंने एक साल तक नगर निगम के डिप्टी मेयर के रूप में काम किया. बाद में उन्हें गोरखपुर का डिप्टी मेयर नियुक्त किया गया.
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