Patna: पटना में दरोगा और सिपाही भर्ती परीक्षा जल्दी कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने पटना कॉलेज से पैदल मार्च निकाला. हजारों की संख्या में अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास की तरफ बढ़ रहे थे. लेकिन, पुलिस ने डाक बंगला चौराहा पर बैरिकेडिंग कर दिया. पुलिस ने अभ्यर्थियों को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं रुके. प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स ने बैरिकेडिंग तोड़ी दी है और आगे बढ़ गए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उनपर लाठीचार्ज कर दिया है. इससे अफरातफरी का माहौल बन गया.
पटना में सड़कें जाम
प्रदर्शन के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे अभ्यर्थियों की वजह से पटना में सड़कें जाम हो गई हैं. पुलिस की तरफ से युवाओं को रोकने के लिए जगह-जगह भी लगाए गए हैं. अभ्यर्थियों ने कहा कि हम सरकार से दारोगा भर्ती का नोटिफिकेशन चुनाव से पहले जारी करने की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा हम पुलिस भर्ती की कॉर्बन कॉपी और आंसर-की व भर्ती परीक्षाओं का कैलैंडर भी जारी करने की मांग के लिए यहां एकत्रित हुए हैं.
TRE-3 विवाद अभी भी जारी
बीपीएससी ने मार्च 2024 में TRE-3 परीक्षा कराई थी और कुल 87,774 पदों की घोषणा की थी. लेकिन अब तक केवल करीब 51,000 उम्मीदवारों को ही नियुक्ति पत्र मिले हैं. बाकी बचे उम्मीदवारों का कहना है कि उन्हें पूरक परिणाम जारी होने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है. पुलिस भर्ती अभ्यर्थियों का यह नया आंदोलन पटना में तनाव का माहौल पैदा कर रहा है. प्रशासन लगातार अपील कर रहा है कि अभ्यर्थी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग रखें, लेकिन आंदोलनकारी सीएम आवास की ओर बढ़ने की जिद पर अड़े हुए हैं.
लाठीचार्ज में कई अभ्यार्थी हुए घायल
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि लाठीचार्ज के कारण कई अभ्यर्थी घायल हुए हैं, हालांकि अधिकारियों ने इसका खंडन किया. प्रदर्शन कर रहे पटना के अमन कुमार ने बताया था, “शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने हमें आश्वासन दिया था कि इस मुद्दे पर बीपीएससी को एक पत्र भेजा गया है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है.”
शिक्षकों का भी समर्थन
इस आंदोलन में न सिर्फ छात्र शामिल हुए, बल्कि कई शिक्षक और शिक्षक नेता भी समर्थन में आए. इससे अभ्यर्थियों की आवाज और बुलंद हुई.अभ्यर्थियों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से दरोगा भर्ती की वैकेंसी की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. प्रदर्शनकारियों का स्पष्ट कहना है कि यदि सरकार ने जल्द घोषणा नहीं की, तो आंदोलन और उग्र होगा.
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