UP: उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना को नई गति देने के उद्देश्य से राजधानी लखनऊ में दो दिवसीय कॉन्क्लेव और एक्सपो का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. इस मौके पर उन्होंने ‘यूपी मार्ट पोर्टल’ को बटन दबाकर लॉन्च किया और युवाओं को स्वरोजगार के प्रति प्रोत्साहित करने वाली योजनाओं की जानकारी साझा की.
इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स के लिए आवश्यक उपकरणों और उपकरणों तक पहुंच को आसान बनाना है. इस दौरान राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए उनकी उपस्थिति में 17 समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए.
5 युवाओं की सक्सेस स्टोरी बनी प्रेरणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पांच युवा उद्यमियों की सफलता की कहानियां देखकर बेहद खुशी हुई. इन युवाओं ने सरकार की योजना का लाभ लेकर उद्यम की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है. उन्होंने कहा कि युवाओं की इन सक्सेस स्टोरी को हाईलाइट करें, ताकि बाकी युवा भी इससे प्रेरणा लें.
चुनौतियों का होगा समाधान
सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के जरिए महत्वाकांक्षी उद्यमियों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों का समाधान होगा. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से पूँजी, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की कमी का समाधान होगा. उन्होंने कहा, “यह केवल एक योजना नहीं है – यह एक आंदोलन है. यह उन सभी युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जिनके पास सपने हैं, लेकिन संसाधनों की कमी है.”
हज़ारों लोगों को बनाया गया सशक्त
लाभार्थियों द्वारा मंच पर साझा की गई सफलता की कहानियों का हवाला देते हुए, मुख्यमंत्री योगी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सभी में एक बात समान है – उनके द्वारा देखे गए सपने, मुख्यमंत्री युवा योजना के माध्यम से साकार हुए. इस योजना ने आत्मनिर्भर युवाओं के विज़न को ज़मीनी हकीकत में बदलने में मदद की है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों के हज़ारों लोगों को सशक्त बनाया गया है.
बैंकों से जोड़कर ग्रामीण युवाओं को मिला अवसर
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज गांव-गांव के नई, धोबी, बढ़ई, हर वर्ग का युवा उद्यमी बना है. गांव में पैसा नहीं था, लेकिन सहयोग की भावना थी. आज हमने उन्हें बैंकों से जोड़ा, पूंजी दिलाई, और वह आगे बढ़ रहे हैं. कोई फोटोग्राफर बना, कोई फिजियोथेरेपिस्ट, कोई हस्तशिल्पी सब इस योजना का लाभ ले रहे हैं.
शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते अलगाव पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री युवा कॉन्क्लेव में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और युवाओं को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते अलगाव पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, “हमारे संस्थान अलग-थलग द्वीप बनते जा रहे हैं, और जनता और सरकारी योजनाओं से लगातार कटते जा रहे हैं. यह अलगाव खतरनाक है.”
ओडीओपी योजना पूरे देश में बनी एक ब्रांड
सीएम योगी ने कहा कि ”वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद हमने एक समिति बनाई और ‘एक ज़िला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना शुरू की. आज ओडीओपी योजना पूरे देश में एक ब्रांड बन गई है.” इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत संचालित हो रही ‘सीएम युवा योजना’ को प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए ‘स्वरोजगार से स्वावलंबन तक की यात्रा’ का माध्यम बताया. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इस योजना के तहत 68,000 से अधिक युवाओं को 2,751 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त एवं बिना गारंटी वाला ऋण उपलब्ध कराया गया है.
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