UPPSC RO ARO Exam: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा शनिवार, 27 जुलाई 2025 को प्रदेशभर में आयोजित की जाएगी. यह परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक आयोजित होगी. आयोग ने राज्य के सभी 75 जिलों में कुल 2382 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए हैं. परीक्षार्थियों को सुबह 8:00 बजे से परीक्षा केंद्रों में एंट्री देना शुरू होगा और 8:45 बजे के बाद एंट्री पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा. अभ्यर्थियों को निर्धारित समय से पहले केंद्र पहुंचना अनिवार्य है.
परीक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण नियम
परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन, ब्लूटूथ डिवाइस या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पूरी तरह प्रतिबंधित हैं।
चेहरे को ढककर (घूंघट, मास्क आदि से) परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
केवल केंद्र व्यवस्थापक, सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट व आयोग अधिकारी ही मोबाइल रख सकते हैं।
कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी परीक्षा के दो घंटे पहले रैंडम तरीके से तय की जाएगी।
परीक्षार्थी के लिए इन सुविधाओं का इंतजाम
- RO और ARO प्रारंभिक परीक्षा को लेकर स्थानीय स्तर पर लोकल कन्वेंस चलाने की निर्देश दिए गए हैं.
- इसके अलावा बारिश के चलते जलभराव की संभावना को देखते हुए भी मोबाइल टीमें तैनात की गई हैं.
- यूपी परिवहन निगम, रेलवे और पुलिस के साथ कोऑर्डिनेशन बैठक की गई है.
- रेलवे द्वारा स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं.
- प्रतियोगी छात्रों के लिए हेल्प डेस्क बनाई गई है.
- बाहर से आने वाली प्रतियोगी छात्रों को रैन-बसेरों और धर्मशालाओं में ठहराने का इंतजाम किया जा रहा है.
इसके अलावा होटल एसोसिएशन को भी निर्देश दिए गए हैं कि छात्रों से किसी भी तरह की ओवर रेटिंग न की जाए. सिविल डिफेंस की टीम भी एक्टिव रहेगी. डीएम के मुताबिक परीक्षा से डेढ़ घंटे पूर्व परीक्षा केंद्र खुल जाएंगे. परीक्षा शुरू होने के 45 मिनट पहले परीक्षा केंद्र बंद कर दिए जाएंगे. सभी परीक्षा केंद्रों को कलेक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया गया है. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में भी इसका वीडियो वॉल रहेगा. सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से थर्ड आई वॉच किया जाएगा.
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
परीक्षा आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार कराई जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही या उल्लंघन की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सभी पर्यवेक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि परीक्षार्थी अपनी ओएमआर शीट और प्रश्न पत्र पर अंकित बारकोड का सही से मिलान कर लें, ताकि किसी भी तकनीकी गलती या गड़बड़ी से बचा जा सके. प्रशासन की ओर से साफ कहा गया है कि परीक्षा में अनुशासन और निष्पक्षता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.‘
नकल रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम
डीएम ने कहा है कि पेपर लीक के बारे में परीक्षा से जुड़ा हुआ कोई कर्मचारी न सोचे. नकल रोकने के लिए यूपी में कड़ा कानून बन चुका है. अगर किसी नकल माफिया गिरोह की किसी तरह की संलिप्तता सामने आएगी, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीएम के मुताबिक नकल विहीन, पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से परीक्षा कराने के लिए पुलिस, LIU और एसटीएफ की टीमें लगाई गई हैं. डीएम के मुताबिक पेपर लीक गिरोह के पुराने आरोपियों पर भी नजर रखी जा रही है.
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