UP News: गौतमबुद्ध नगर प्रशासन व पुलिस ने सावन माह से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर कमर कस ली है. आगामी 11 जुलाई से हरिद्वार से जल लेकर आने वाले भोलेनाथ के भक्तों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए जीटी रोड को वन-वे घोषित किया जाएगा. कांवड़ियों का जत्था बिना किसी रुकावट के आगे बढ़े इसके लिए यह व्यवस्था गाजियाबाद से बुलंदशहर की दिशा में लागू की जाएगी.
सुरक्षा के सख्त इंतजाम
कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालु गाजियाबाद के लालकुआं से होकर बुलंदशहर और अलीगढ़ की ओर बड़ी संख्या में कांवड़ लेकर जाते है. कुछ कांवड़िए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का भी इस्तेमाल करेंगे. इसी को देखते हुए जीटी रोड पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. कांवड़ यात्रा के दौरान 100 से अधिक सुरक्षाकर्मी जीटी रोड पर तैनात किए जाएगे. किसी भी तरह की अव्यवस्था न फैले जिसके लिए 200 पुलिसकर्मी पूरे मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगी.
श्रद्धालुओं की सुविधा का भी विशेष ध्यान
सुरक्षा के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा गया है. सफाई व्यवस्था, पानी की उपलब्धता, रात्रि विश्राम स्थलों की सूचना देने वाले बोर्ड, मेडिकल सहायता और शौचालय जैसी सुविधाओं को दुरुस्त किया गया है. इसके अलावा, जीटी रोड पर बने अवैध कटों को बंद करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है.
सेंट्रल जोन के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यह कदम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने की दिशा में बड़ा प्रयास है. जिसमे जीटी रोड पर लगातार निगरानी रखी जाएगी, CCTV से भी निगरानी की जाएगी और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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