अमरनाथ यात्री के लिए आरएफआईडी ट्रैकिंग सिस्टम लागू, एलजी मनोज सिन्हा ने श्रद्धालुओं से की ये अपील

Srinagar: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा को लेकर की जा रही तैयारियों को लेकर गुरुवार को जानकारी दी। मनोज सिन्हा ने कहा कि तीन जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए बहुतस्तरीय तथा गहन सुरक्षा इंतजाम किये गये है। हर साल हजारों श्रद्धालु हिमालय स्थित पवित्र गुफा में दर्शन के लिए आते हैं। पिछले कुछ सालों में श्राइन बोर्ड और जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुविधाओं के मामले में काफी सुधार किया है। उन्होंने कहा कि हर यात्री के लिए आरएफआईडी ट्रैकिंग सिस्टम लागू है। हर जगह हाई क्वालिटी के कैमरे लगाए गए हैं।

सर्वदलीय बैठक करेंगे एलजी मनीज सिन्हा

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा अमरनाथ यात्रा को लेकर  गुरुवार को शाम 5 बजे श्रीनगर में सर्वदलीय बैठक करेंगे। एलजी के साथ फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत कई नेता मीटिंग में मौजूद रहेंगे। 28 जून को सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों के साथ भी एलजी बैठक करेंगे। 

अमरनाथ यात्रा में रहेगी तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था

एलजी ने बताया कि पर्यावरण और सफाई के मामले में ग्रामीण विकास विभाग हमेशा तत्पर रहता है। पहलगाम हमले के बाद पंजीकरण कम हुआ है। करीब 10 फीसदी कम लोगों ने आवेदन किया है। अब संख्या बढ़ रही. चिकित्सा सहायता में 77 स्वास्थ्य सुविधाएं, 509 क्लिनिकल बेड, 26 ऑक्सीजन बूथ और चंदनवारी और बालटाल में 100 बिस्तरों वाले अस्पताल शामिल हैं, जिनमें 1,238 डॉक्टर और नर्स कार्यरत हैं. कचरे के निपटान के लिए शून्य-लैंडफिल दृष्टिकोण पर जोर दिया गया, जिसमें 7,000 सफाई कर्मचारी और 600 प्रशिक्षित कर्मचारी सफाई बनाए रखने के लिए लगे हुए हैं। तीर्थयात्रियों के लिए पर्याप्त भोजन और सहायता सुनिश्चित करने के लिए लंगर सेवाओं और एनजीओ के योगदान की समीक्षा की गई. है। सुरक्षा बलों ने बेस कैंप और रूट के चारों तरफ तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है। सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है। मॉक ड्रिल की गई है।

मनोज सिन्हा ने सभी यात्रियों से की अपील

मनोज सिन्हा ने कहा कि सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे सुरक्षा काफिले के साथ चलें। वे सुरक्षा काफिले के साथ जम्मू से बेस कैंप तक जाएं। पहलगाम हमले के बाद पर्यटन और अमरनाथ यात्रा पर असर पड़ा है। अब लोगों का भरोसा बढ़ा है और मुझे उम्मीद है कि यह और बढ़ेगा। हमले से पहले 2.36 लाख लोगों ने पंजीकरण करवाया था और उसके बाद इसमें कमी आई है। मुझे उम्मीद है कि लोग आएंगे। बता दें कि अमरनाथ यात्रा का रूट 1 जुलाई से नो फ्लाई जोन रहेगा। एंटी ड्रोन सिस्टम की पूरी तैनाती रहेगी। अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

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