West Bengal: पश्चिम बंगाल में अजाद मल्लिक नामक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया है. जहां वह नाम बदल कर रह रहा है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसने खुद को बांग्लादेश का नागरिक बताया। वह बांग्लादेश में रह कर लोगों के नकली भारतीय पहचान पत्र बनाने लगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कोलकाता जोनल कार्यालय ने विशेष न्यायालय (पीएमएलए), कोलकाता के समक्ष 13 जून को अजाद मल्लिक उर्फ अहमद हुसैन आजाद उर्फ आजाद हुसैन, पाकिस्तानी नागरिक के खिलाफ अभियोजन शिकायत (पीसी) दायर की है।
पाकिस्तानी ड्राइविंग लाइसेंस बरामद
ईडी की जांच में पता चला कि अहमद हुसैन आजाद उर्फ आजाद हुसैन एक पाकिस्तानी नागरिक था। उसके मोबाइल फोन से 1994 का एक पाकिस्तानी ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया गया, जिस पर आजाद हुसैन नाम लिखा था। उसके पिता का नाम मुमताज-उल-हक था। दस्तावेज पर पाकिस्तान में दर्ज स्थायी पता भी अंकित था। दस्तावेज में उसकी जन्मतिथि 14.08.1971 दर्ज थी।
फर्जी मिले दस्तावेज
इसे हैदराबाद, पाकिस्तान में लाइसेंसिंग अथॉरिटी द्वारा जारी किया गया था। अपनी असली पहचान छिपाने के लिए, आजाद हुसैन ने ‘अजाद मल्लिक’ उपनाम रखा। आरोपी ने जाली और मनगढ़ंत दस्तावेज जमा करके आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस हासिल कर लिया।
विदेशी मुद्राओं का हेरफेर
आरोपी मल्लिक ने बांग्लादेशी टका, यूएसडी या भारतीय रुपये में भुगतान एकत्र करने के बाद में उसे धोखाधड़ी वाले वीज़ा/पासपोर्ट प्रसंस्करण में लगे सहयोगियों के खातों में स्थानांतरित कर देता था। आजाद हुसैन ने कोलकाता स्थित कुछ विदेशी मुद्रा विनिमयकर्ताओं (एफएफएमसी) में की गई धोखाधड़ी गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसमें भारी नकदी जमा को ग्राहकों की वैध विदेशी मुद्रा बिक्री से प्राप्त आय के रूप में गलत तरीके से दर्शाया गया था।
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