सेहत का दुश्‍मन है प्रोसेसिंग फूड…

हेल्‍थ। माना जाता है कि सुबह का नाश्ता राजा की तरह करना चाहिए। अर्थात ब्रेकफास्‍ट ऐसा होना चाहिए जिससे दिनभर की ऊर्जा मिल जाए। नाश्‍ते में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन तो हो ही, विटामिन, आयरन, कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण तत्व भी मिल जाए।

कुछ लोग नाश्ते में ब्रेड खाते हैं तो कुछ पराठे। लोग सादे पराठे के अलावा गोभी, उबले आलू, प्याज से भरे पराठे भी खाते हैं। लोग कई बार इस पर घी लगाकर खाते हैं। यह नाश्ते को लजीज तो बनाता ही है इसमें पोषक तत्व भी होते हैं। स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ मानते हैं कि नाश्ते में पराठा या सादी रोटी खाना सेहत के लिए ज्यादा अच्छा होता है।

फूल ग्रेन हमारी सेहत के लिए अच्‍छा होता है। गेहूं ही नहीं, जौ, बाजरा या मक्के के आटे से बनी रोटी भी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इनमें सब्जियां मिलाने या घी लगाकर खाने से न्यूट्रिएंट्स की मात्रा और बढ़ जाती है।

जबकि ब्रेड रिफाइन आटे से तैयार होता है। यह इतना महीन होता है कि इसमें न्यूट्रिएंट्स को बांधने की क्षमता नहीं होती। साथ ही प्रोसेस किए जाने से इसमें फाइबर नहीं रहते। विटामिन, कैल्शियम, फॉलिक एसिड जैसे तत्व बाहर निकल जाते हैं।

ऐसा है पराठे का गुण:-

यह गेहूं के आटे से बनता है। एक पराठे से 260 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। इसमें फाइबर, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन अधिक मिलता है। उसे प्रोसेस नहीं किया जाता है। इस पर घी लगाकर खाया जा सकता है। बीमारियां होने का डर नहीं रहता।

ऐसा होता है ब्रेड:-

ब्रेड मैदा या रिफाइंड आटे से बनता है। एक स्लाइस खाने से 32 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। इसमें फाइबर की मात्रा कम होती है। प्रोसेसिंग करने से न्यूट्रिएंट्स घटते हैं। इसमें प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल होता है। इसमें मोटापा और डायबिटीज की आशंका अधिक रहती है।

प्रोसेसिंग फूड से नुकसान:-

ब्रेड प्रोसेस कर तैयार किए जाते हैं। इस प्रक्रिया में फाइबर, विटामिन और मिनरल्स निकल जाते हैं। ब्रेड खाने से डाइट में पूरे पोषक तत्व नहीं मिलते। ब्रेड में फॉलिक एसिड व विटामिन के सप्लीमेंट्स मिलाए जाते हैं। ये सप्लीमेंट्स बॉडी में सही से घुल नहीं पाते।

हालांकि बाजार में कई तरह के ब्रेड मिल रहे जिसे होल ग्रेन से तैयार किया जाता है। वाइट ब्रेड, ब्राउन ब्रेड, मल्टीग्रेन ब्रेड में फाइबर की मात्रा भी होती है बावजूद रोटी या पराठे के मुकाबले यह ज्यादा हेल्दी नहीं होता। चूंकि ब्रेड को फरमेंटेशन प्रक्रिया से बनाया जाता है। इसमें खमीर मौजूद रहता है जिसके कारण बॉडी डिहाइड्रेट करता है। ब्राउन ब्रेड को अधिक दिनों तक खाने योग्य बनाने के लिए प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं। यह भी सेहत को नुकसान पहुंचाता है।

 

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