इन योगासनों से रखेें हृदय और फेफड़ों को स्वस्थ…

लाइफस्‍टाइल।  शरीर के सुचारु ढंग से काम करते रहने के लिए सभी अंगों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते रहने की आवश्यकता होती है। शरीर में हृदय और फेफड़ों की विशेष भूमिका होती है। हृदय रक्त को पंप करता है, जबकि फेफड़े ऑक्सीजन को सभी अंगों तक पहुंचाने और श्वसन कार्य को व्यवस्थित रखते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इन दोनों अंगों की समस्या से ग्रसित लोगों के मामले में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। विशेषकर कोरोना संक्रमण ने इन दोनों अंगों की सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

हृदय और फेफड़े के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने और इससे संबंधित तमाम तरह की समस्याओं को कम करने के लिए नियमित रूप से योगासनों का अभ्यास काफी लाभकारी माना जाता है। आइए जानते हैं कि इन अंगों को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना किन आसनों का अभ्यास करना आपके लिए लाभदायक हो सकता है?

मत्स्यासन योग का अभ्यास:-

Matsyasana Yoga

मत्स्यासन फेफड़ों और हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए एक बेहतर योगासन है। मत्स्यासन ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने और शरीर में रक्त परिसंचरण को भी सुधारने में मददगार मानी जाती है। कई प्रकार के श्वसन विकारों को दूर करने, फेफड़े और हृदय के कार्यों को बेहतर बनाए रखने के लिए रोजाना इस योगासन के अभ्यास की आदत आपके लिए फायदेमंद सकती है।

धुनषासन योग के लाभ:-

धुनषासन को स्वास्थ्य विशेषज्ञ फेफड़ों की क्षमता में सुधार करने, श्वसन क्रियाओं को बेहतर बनाए रखने के साथ हृदय को मजबूती देने वाला मानते हैं। इस योग का नियमित अभ्यास वायुमार्ग से बलगम को साफ करके सांस लेने की प्रक्रिया को सुलभ बनाता है। सूर्योदय से पहले इस योग के अभ्यास की आदत को काफी फायदेमंद माना जाता है।

मेडिटेशन का अभ्यास:-

Meditation
Meditation

मेडिटेशन जिसे ध्यान मुद्रा कहा जाता है, हृदय और फेफड़ों के स्वास्थ्य में सुधार करने में विशेष मददगार हो सकती है। संगीत, ध्यान और माइंडफुलनेस जैसे अभ्यास आपके हृदय के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। प्रतिदिन 10 मिनट माइंडफुलनेस या मेडिटेशन का अभ्यास करने से हृदय गति में सुधार, तनाव कम होता है और रक्तचाप नियंत्रित बना रहता है। इस योग आसन का नियमित अभ्यास हृदय रोग, मधुमेह और स्ट्रोक के जोखिम को कम करता है।

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